हांसी ,25 मई । मनमोहन शर्मा गांवों में महिलाएं काली चुनरी ओढक़र काला दिवस मनाएंगी – हिसार, 25 मई : तीन काले कानूनों को वापिस लेने, समर्थन मूल्य पर खरीद गारंटी कानून बने, गेहूं का पूरा उठान व भुगतान, खरीफ 2020 जलभराव, ओलावृष्टि, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अुनसार बीमा कम्पनी से पूरा मुआवजा दिलवाया जाए, बीमा कम्पनी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज एवं नहरों में पानी छोड़ा जाए, जल घरों और जोहड़ों में पीने का पूरा पानी मिले आदि मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा बेमियादी धरना आज 29वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता किशोरीलाल जालप गंगवा व बलराज ने संयुक्त रुप से की। संचालन जिला सचिव सतबीर धायल ने किया। धरने को संबोधित करते हुए मैय्यड़ टोल के अध्यक्ष कुलदीप खरड़ ने कहा कि कल 26 मई को पूरे देश का किसान काला दिवस मनाएंगे। इसके तहत जिला के प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर पर काला झंडा लगाया जाएगा और गांवों में महिलाएं काली चुनरी ओढक़र काला दिवस मनाएंगी। किसान सभा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नम्बरदार ने कहा कि हिसार जिले के चारों टोलों के अतिरिक्त लघु सचिवालय पर भी काला दिवस मनाते हुए दोपहर 12 बजे प्रधानमंत्री का पुतला जलाया जाएगा। इस दिन नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बने सात साल हो जाएंगे और किसानों के आंदोलन को पूरे छह माह हो जाएंगे। जब तक केंद्र सरकार कृषि सम्बंधी तीनों काले कानूनों को वापिस लेकर फसल खरीद का समर्थन मूल्य पर कानून नहीं बनाती, किसान आंदोलन जारी रहेगा। जिला सचिव सतबीर धायल ने कल 24 मई को हिसार में हुए विशाल प्रदर्शन में भाग लेने वाले सभी किसानों का आभार जताया। प्रदर्शन ऐतिहासिक रहा। किसानों ने जो एकता का परिचय दिया, वह काबिले तारीफ है। सूबेसिह बूरा ने बताया कि कल प्रदर्शन के दौरान ह्रदय गति रुकने से निधन होने वाले किसान रामचंद्र उगालन को याद करते हुए दो मिनट का मौन धारण किया गया। धरने को कृष्ण कुमार सांवत,, प्रताप सिंह ठोलेदार, बबली लाम्बा, वजीर सिंह लाडवा, रविकांत, संतोष पीटीआई, अजय कुमार, राजीव पातड़, सुरेश मोड़ाखेड़ा, बाली खरड़, विजय पीटीआई, कुलदीप कनौह, विजेन्द्र सिंह, सत्यवान लाडवा आदि ने संबोधित किया। Post navigation किसान आंदोलन का केंद्र बना हिसार ये जीवन-मृत्यु का गंभीर समय है, आपसी रस्साकशी का नहीं।