जिला लोक सम्पर्क विभाग द्वारा जारी किए जाए पास, कोरोना से मरने वाले पत्रकारों के परिवार को मिले 50 लाख की सहायता

भिवानी।  जर्नलिस्ट क्लब भिवानी ने कोविड-19 के लॉकडाऊन समय में बाहर निकलने के लिए पत्रकारों के लिए शर्त बदल कर अखबार या चैनल के आई-कार्ड को मान्यता देने की मांग की है। जबकि सरकार ने लॉकडाऊन समय में केवल मान्यता प्राप्त पत्रकारों को ही बाहर निकलने की छूट दी है।

क्लब के प्रधान ईश्वर धामु ने कहा है कि जो पत्रकार फिल्ड में जाकर काम करते हैं, उनमें अधिकांश पत्रकारों को सरकारी मान्यता नहीं मिली हुई है। क्योकि अखबार और चैनल के मालिक और सम्पादक अपने पत्रकार को मान्यता दिलाने की प्रक्रिया को पूरा करने में सहयोग नहीं करते। जबकि जमीनी स्तर पर वें पत्रकार ही अधिकांशतया काम करते हैं, जिनके पास मान्यता तो दूर अपने अखबार या चैनल को आई-कार्ड तक भी नहीं होते। ऐसे में हमारी मांग है कि सरकार कोविड-19 के लॉकडाऊन समय में पत्रकारों के लिए निर्धारित किए गए नियमों में छूट दें और उनके लिए सरकार जिला लोक सम्पर्क अधिकारी से पास जारी करवाएं जाए। इन्ही पास के आधार पर पत्रकारों को लॉकडाऊन में काम करने की छूट मिलें।

धामु ने कहा कि यह खेद का विषय है कि कोरोना से प्रदेश में पत्रकार मर रहे हैं और प्रदेश का लोक सम्पर्क विभाग चुपी साधे हुए हैं। इस बारे में अभी तक लोक सम्पर्क विभाग से जुड़े किसी भी अधिकारी या सीएम के किसी भी मीडिया सलाहकार का कोई ब्यान नहीं आया है। इससे बढ़ कर दुख का विषय ओर क्या हो सकता है कि अपने जीवन मूल्यों पर सूचना पहुंचाने वाले पत्रकार को उसकी आक्समिक मौत पर श्रद्धांजलि के दो शब्द भी नहीं कहे जाते। उन्होने मांग की है कि कोरोना महामारी से मरने वाले पत्रकारों के आश्रित परिवारों को सरकार 50 लाख रूपया आर्थिक सहायता दें, ताकि उसका परिवार सम्मान से जीवन यापन कर सके।

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