बंगाल में टीएमसी की जीत जनता और जनतंत्र की जीत और सांप्रदायिक ताकतों पर प्रहार: डॉ. अशोक तंवर

हरियाणा में 7 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा खट्टर सरकार की विफलता

सिरसा, 2 मई। अपना भारत मोर्चा के संयोजक एवं पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर ने पश्चिम बंगाल में हुई टीएमसी की जीत को ऐतिहासिक करार देते हुए इसे देश की सांप्रदायिक ताकतों पर प्रहार बताया है। साथ ही उन्होंने टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी व अन्य दलों को उनकी शानदार जीत की बधाई भी दी है। यहां जारी एक बयान में डॉ. तंवर ने कहा कि आज पूरे देश में जिस तरह के हालात चल रहे हैं उसके खिलाफ बंगाल की सूझवान जनता ने जनादेश दिया है जिससे भाजपा की केंद्र सरकार को यह जान लेना चाहिए कि जनता में कितना आक्रोश है।

 पूर्व सांसद ने कहा कि भाजपा नेतृत्व, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने बंगाल में 61 दिन के अभियान में से 51 दिन तक का लगातार चुनाव अभियान बंगाल में चलाया लेकिन इसका कोई असर वहां की जनता पर दिखाई नहीं दिया। भाजपा के लिए दुविधा में दोनों गए माया मिली न राम वाली स्थिति हो गई। भाजपा ने लाखों लोगों को कोरोना की भट्टी में झोंक दिया परंतु उसके बावजूद उनको बंगाल व अन्य राज्यों में अपेक्षित सफलता नहीं मिली। हिंदू-मुस्लिम व जातिवाद का कार्ड खेलने की भरपूर कोशिश की गई लेकिन 21वीं सदी की भारतीय जनता ने यह जता दिया कि आज उन्हें धर्म, जाति, संप्रदाय के नाम पर गुमराह नहीं किया जा सकता। जनता ने जिस विकास के लिए भाजपा को वोट किया था, आज वह कहीं दिखाई नहीं देता और जनता ने उसी के खिलाफ अपना आक्रोश दिखाया है।

डॉ. तंवर ने कहा कि देश में कोरोना जैसी महामारी के कारण बेहद खतरनाक हालात बने हुए हैं। अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, बेड, दवाइयां व अन्य सुविधाएं नहीं मिल रहीं। मरीजों की असामयिक मौतें होना किसी भी संवेदनाशील व्यक्ति को विचलित कर सकती हैं। सरकार हालात को संभाल नहीं पा रही है और मरीजों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के तीमारदारों से लाखों रुपए वसूले जा रहे हैं और उसके बावजूद उपचार की गारंटी नहीं है। देश की हवा इतनी विषैली हो गई है कि आम नागरिक अपने घरों में कैद होने को विवश है। सरकार को चाहिए कि ऐसी महामारी की रोकथाम के लिए कठोर कदम उठाए। जनता सरकार का भरपूर साथ और सहयोग दे रही है। दो दिन के लॉकडाउन में एक भी दुकान का न खुलना यह संकेत देता है कि जनता ने हर कदम पर सरकार का साथ दिया है। मुख्यमंत्री के सिरसा दौरे पर कटाक्ष करते हुए डॉ. तंवर ने कहा कि मुख्यमंत्री पूरे हरियाणा में लॉकडाउन करने के लिए सिरसा आए। उन्होंने सिरसा को कुछ देने की बजाय प्रदेश की जनता को लॉकडाउन दिया।           

डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि हर मोर्चे पर विफल रही भाजपा की सरकार हर मुद्दे पर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है लेकिन जनता उसकी हर चाल को समझती है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि महामारी के दौर में संयम रखें और नियमों का पालन करें। इस विकराल दौर को टालने में हर नागरिक का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश के नेताओं को लापरवाही पर शर्म करनी चाहिए और एकजुट होकर ठोस कदम उठाते हुए कोरोना के महादानव का भारत की धरती से समूल विनाश करना चाहिए। पूर्व सांसद ने कहा कि बार-बार लॉकडाउन बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह किसान, मजदूर और उद्योगों के लिए बहुत घातक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सहित देश के अलग अलग हिस्सों में लॉकडाउन की वजह से अर्थव्यवस्था डेमेज होगी। सरकार बेहतर प्रबंधन और सुविधाओं का तालमेल करके रोक सकती थी लेकिन सरकार ने यह न करके किसानों का दमन करने का जोर लगाया और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। लॉकडाउन सरकार ने किसान आंदोलन और विफलताओं को छिपाने के लिए लगाया है।         

 उन्होंने कहा कि बंगाल सहित अन्य राज्यों का चुनाव परिणाम यह दर्शाता है कि कांग्रेस को लोग एक विश्वसनीय विकल्प के रूप में मानने को तैयार नहीं है तथा कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा या एनडीए का विकल्प नहीं हो सकता। इसलिए हमें नई आवाज, नया एजेंडा, नया नेतृत्व देश और प्रदेश के स्तर पर चाहिए जो भाजपा को हटा सके। इसलिए आज जरूरत है कि जो विभिन्न क्षेत्रीय दल हैं उनका एक गठबंधन या समन्वय बने जो देश की विविधता और संघीय ढांचे को प्रतिबिंबित कर सके और लोगों की भावना को समझ सके। उन्होंने चुनावों में विजय प्राप्त करने वाले अन्य तमाम दलों को भी अपनी ओर से बधाई देते हुए कहा कि यह साढ़े पांच महीने से बॉर्डर पर बैठे और पूरे देश में आंदोलन कर रहे किसान-मजदूरों की विजय है। 

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