35 हजार में बेचते थे एक इंजेक्शन, 19 रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ 3 युवक गिरफ्तार

तीनों आरोपी मेडिकल लाइन से हैं, इसलिए उनकी जान पहचान थी. तीनों रेमडेसिविर इंजेक्शन लाकर महंगे दाम में बेच रहे थे.

पानीपत. कोरोना महामारी के दौरान जहां देश व प्रदेश ऐसी महामारी से जूझ रहा है तो वहीं कुछ लोग इसका फायदा उठाकर अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं और सस्ती दवाइयों को महंंगे दामों में बेच रहे हैं. मजबूरी में लोग भी अपने मरीजों को बचाने के लिए उन दवाइयों को खरीद रहे हैं. महामारी के दौरान कालाबाजारी का यह धंधा पूरी तरह से फल फल रहा है. ऐसा ही मामला पानीपत पुलिस की नजर में भी आया जिसका पानीपत पुलिस ने भंडाफोड़ किया और आरोपियों को गिरफ्तार किया.

डीएसपी सतीश वत्स ने जानकारी बताया की सीआईए-वन पुलिस टीम ने कोविड-19 महामारी की जंग में सजगता व सर्तकता रखते हुए आज सैक्टर-18 मे गर्वमेंट कॉलेज के पास से आई-20 कार सवार तीन युवको को अवैध रुप से रेमडेसिविर एन्टी वायरल इन्जेक्शन की कालाबजारी करते हुए 19 इंजेक्शन सहित गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियो की पहचान केशव उर्फ कन्नू पुत्र राजकुमार निवासी कलंदर चौक, सुनील पुत्र चन्द्रसिह निवासी जलालपुर व सुमित पुत्र श्री कृष्ण निवासी गुरूनानकपुरा कच्चा कैम्प पानीपत के रुप मे हुई. आरोपी 35  हजार रूपये में इंजेक्शन को बेच रहे थे.

डीएसपी सतीश वत्स ने जानकारी देते हुए बताया कि आज सायं गुप्त सूचना मिली की एक आई-20 कार सवार तीन युवक भारी संख्या मे रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के लिए सैक्टर-18 मे गर्वमेंट कालेज के पीछे खड़े हैं. जिसके बाद पुलिस ने पानीपत ड्रग कन्ट्रोल ऑफिसर विजय राजे को सूचना दी. उनको साथ लेकर आरोपित की धरपकड़ के लिए अपनी टीम को साथ ले तुरंत मौके पर दबिस दी. जहां आई-20 कार सवार तीनों युवकों को काबू कर पूछताछ की.

कार की तलाशी लेने पर 19 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद हुए. तीनो युवको से इंजेक्शन के खरीद रिकॉर्ड, दवाओं की बिक्री लाइसेंस, लाइसेंस प्रस्तुत करने के लिए कहा, लेकिन वह मौके पर कोई भी लाईसेंस या रसीद इत्यादि नहीं दिखा सके. ड्रग कन्ट्रोल ऑफिसर विजय राजे की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ ड्रग व कास्मेटिक एक्ट व आईपीसी की विभिन्न धाराओ के तहत थाना सेक्टर 13/17 मे मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल मे लाई गई.

गहनता से पूछताछ करने के लिए बुधवार को तीनो आरोपियो को न्यायालय मे पेश कर पुलिस रिमांड लिया जाएगा. बता दें कि तीनों आरोपी इंजेक्शन बेचने के लिए ग्राहक के इंतजार में खड़े थे जिनको पुलिस ने रंगे हाथों दबोच लिया.

You May Have Missed

error: Content is protected !!