— विजय बंसल को पत्र भेजकर कहा,एचएमटी के लिए आपकी चिंता व सुझाव सराहनीय, जल्द लेंगे जनहित में निर्णय— विजय बंसल ने एचएमटी को रिवाइव करने के लिए भेजा था ज्ञापन, मशीनरी के उपयोग समेत प्लांट को उपयोग में लाने के लिए भी भेजे थे सुझाव— आर्थिक हालात : एचएमटी मशीन टूल्स के कर्मियों को पिछले 5 माह से नही मिली तनख्वाह, सितंबर 2019 से अब तक सेवानिवृत हुए कर्मियों को भी नही मिला बकाया पंचकूला-चन्दरकान्त शर्मा भारत सरकार के केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय के सेक्रेटरी ने एचएमटी पिंजोर(ट्रेक्टर प्लांट) के बेहतरी व सुधार के लिए शिवालिक विकास मंच के अध्यक्ष विजय बंसल के सुझावो को सराहा है। सेक्रेटरी ने अपने पत्र में कहा है कि एचएमटी पिंजौर में ट्रैक्टर प्लांट को रिवाइव करने के लिए विजय बंसल एडवोकेट की चिंता जायज है जिसे मंत्रालय सराहता है व जनहित में कार्यवाही करने के लिए उनके सुझावों व बिंदुओं को कंसीडर करते हुए नोट डाउन कर लिया है। इसके साथ ही प्लांट की मशीनरी को भी कैसे उपयोग में लाया जाए उसके लिए भी जो सुझाव विजय बंसल ने दिए है, उनको भी सराहा है तथा इन सुझावो को अमल में लाने के लिए जल्द कार्यवाही की जाएगी तो वही एचएमटी पिंजौर यूनिट की खाली जमीन के लिए हरियाणा सरकार से मिले 248 करोड़ को भी प्लांट के हित मे उपयोग करने के लिए विजय बंसल एडवोकेट के सुझाव सराहनीय है। दरअसल, विजय बंसल ने 17 सितंबर 2020 को अपनी टीम से सलाह करके तकनीकी सुझाव लेकर एक विजन डॉक्यूमेंट का खाका तैयार करके पीएमओ समेत भारी उद्योग मंत्रालय को भेजा था जिसको लेकर मंत्रालय ने एचएमटी पिंजौर यूनिट के प्रति विजय बंसल को चिंता व सुझावों की सराहना करते हुए उनका आभार व्यक्त किया है, साथ ही आश्वस्त किया है कि आने वाले समय मे जल्द जनहित में कार्य कर निर्णय लिया जाएगा। हालांकि विजय बंसल ने एचएमटी पिंजौर यूनिट के फिलहाल के आर्थिक हालातो पर भी चिंता जताई है क्योंकि एचएमटी मशीन टूल्स के कर्मियों को पिछले 5 माह से तनख्वाह नही मिली है। ऐसे में मशीन टूल्स के कर्मियों को तनख्वाह देने के लिए कार्यवाही किया जाना जरूरी है। इसके साथ ही सितंबर 2019 से अब तक सेवानिवृत हुए कर्मियों को भी बकाया न मिलने से कर्मचारी परेशान है। विजय बंसल ने कहा मैनेजमेंट को 230 करोड़ रुपए हाल ही में पिंजौर प्लांट के खाली जमीन को बेचने पर मिले है, इन पैसों को उपयोग में लाया जा सकता है। 27 अक्टूबर 2016 को एचएमटी ट्रेक्टर प्लांट को भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा बिना किसी भविष्य योजना के बन्द कर हजारो कर्मचारियों को बेरोजगार कर दिया गया, सेकड़ो इंसेलरीज व लघु उद्योगों पर ताले लग गए, हजारो लोगो की रोजी रोटी पर आंच आ गई परन्तु अब साढ़े 6 साल बीतने के बाद भी न तो फेक्ट्री यूनिट को चलाया गया व न ही कोई ओर प्लांट लगा जिससे हजारो करोड़ की मशीनरी को जंग लग रहा है व मशीनरी खराब हो रही है। नतीजा यह है कि अब लोग रोजगार की आस में एचएमटी पिंजौर यूनिट से उम्मीद छोड़ चुके है। विजय बंसल ने कहा कि एचएमटी प्रशासन को इस्टेट ऑफिस से लगभग 3 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष कमाई होती है जबकि कालोनी की हालत खस्ता है और सभी सुविधाओं का अभाव है जबकि एचएमटी पिंजौर यूनिट फेक्ट्री में भी ट्रेक्टर प्लांट के लिए निर्मित 15 करोड़ के स्पेयर पार्ट्स खराब हो रहे है। हर जगह अनदेखी कर वित्तीय नुकसान किया जा रहा है जिससे फेक्ट्री को ही नुकसान हो रहा है। इस्टेट ऑफिस की प्रतिवर्ष कमाई भी मुख्यालय में जा रही है और धरातल पर कुछ खर्च नही किया जा रहा। — एचएमटी में हजारो करोड़ की लागत के साथ 550 मशीनें…विजय बंसल ने बताया कि यूनिट में लगभग 550 मशीनें विभिन्न 55 प्रकार की है जिनकी लागत हजारो करोड़ में है परन्तु 2016 से यूनिट बन्द रहने के कारण मशीनें धूल व जंग की सारथी बनी हुई है। यूनिट में सभी मशीने है जो किसी बेहतरीन इंडस्ट्रियल यूनिट के लिए चाहिए हो, जिसमे सीएनसी मशीन सेंटर, कन्वेंशनल मशीनें, स्पेशल पर्पज मशीनें, फाउंड्री, मॉडर्न पेंट प्लांट, मेटियरल टेस्टिंग लैब्स, हिट ट्रीटमेंट प्रमुखतः उपलब्ध है जिससे अत्यधिक सटीक उपकरणों का उत्पादन करना आसान है। Post navigation पूर्व आईएएस, आईपीएस और अन्य बुद्धिजीवियों ने ‘किसान कल्याण विचार गोष्ठी’ का आयोजन किया कार्यक्रमों को आयोजित करने के लिए जिला मजिस्ट्रेट की लेनी होगी पूर्व अनुमति