किसान आन्दोलन के समर्थन में दो बुजर्ग महिलाए अनशन पर टोल प्लाजा पर बैठी व तीन किसान विरोधी बिलों को वापिसी लेने की मांग मोदी सरकार से की । महिलाए घर का कार्य छोड़कर आए आन्दोलन के समर्थन में वे मुंह दुपड़ा से ढ़का हुआ और गीत भी गा रही । हांसी , 5 मार्च । मनमोहन शर्मा हर रोज की तरह रामायण टोल प्लाजा पर दो बुजुर्ग महिलाओं ओमी देवी व कृष्णा देवी को अनशन पर बिठाने का काम किया। जिसकी अध्यक्षता देश की रक्षा करने वाले फौजियो ने की। कुलदीप सिंह, फौजी सत्ता, फौजी व राजा फौजी ने संयुक्त रूप से की। इस अवसर पर पूर्व जिला पार्षद प्रतिनिधि मनोज राठी व युवा किसान नेता कुलदीप खंड ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि 6 मार्च को किसान आंदोलन को पूरे 100 दिन हो जाएंगे। इस दिन सभी किसान अपने-अपने घरों पर काले झंड़े लगाएं और अपने हाथों पर काली पट्टी बांधकर सरकार का विरोध करें। आज किसान आन्दोलन को 100 दिन हो गए है लेकिन भाजपा सरकार टस से मस भी नही हुई। यह आंदोलन दुनिया का सबसे बड़ा शान्तिप्रिय आंदोलन है लेकिन भाजप की तानाशाही सरकार इस आन्दोलन को बार-बार तोड़ने का प्रयास करती रही है। मोदी सरकार में रावण जैसा घमंड आ गया है और खुशी की बात यह है कि दिन-प्रतिदिन किसानों का आंदोलन बढ़ता जा रहा है। आज रामायण टोल से किसान नेता कुलदीप व मनोज राठी ने किसानों से आह्वान किया कि भाजपा व जजपा नेताओं को गांवो में ना घुसने दिया जाये और आने वाले चुनाव में इनका बहिश्कार करके इनको सबक सिखाने का काम करें यह केवल वोट की ही भाषा समझते है। इसलिए इन भाजपा वालों को इनकी भाषा में ही इनको जवाब देने का कार्य किसान व आम जनता करेगी। किसानो से आह्वान किया कि पश्चिम बंगाल, आसाम जैसे राज्यों में हो रहे चुनाव में आप किसी भी प्रकार से चाहे फोन से चाहे वहां जाकर इस किसान विरोधी सरकार को वोट ना देने की अपील करें। आप चाहे किसी भी दल को अपना वोट दे लेकिन इस किसान विरोधी सरकार को वोट ना दे और जल्द ही हरियाणा से काफी किसान 5 राज्यों में होने वाले चुनावों मे जाकर भाजपा के खिलाफ प्रचार करने का काम करेंगे। अब किसानों के साथ आम जनता, दुकानदार, व्यापारी, मजदूर वर्ग आ चुका है अब यह लड़ाई एक जन आंदोलन का रूप ले चुकी है। इन तीनों काले कानूनों का किसान के साथ-साथ आम जनता को भी भारी नुकसान है भंडारण जैसा कानून बनाकर मोदी जी ने बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का काम किया है, छोटे दुकानदार व आम आदमी को खत्म करने का काम किया है। इस अवसर पर अमित रामायण, रामकुमार हुड्डा, दलीप ढंढेरी, संदीप देपल, बृजभान, रामकुमार, आजाद, सतवीर मलिक, मांगेराम धानक, मोनू, रामबिलास जांगड़ा, महिन्द्र कौर, किताबो, संतोष मूर्ति, देवी, ओमपति, माया, राजो देवी, केला देवी, कमला आदि मौजूद थे। Post navigation उकालना क्षेत्र से 718 किलोग्राम गांजा रखने के तीसरे आरोपी को किया गिरफ्तार ओशो रजनीश पर शोध के लिए हिसार के योगी विकास को अवार्ड एक्सिलेन्स