सर छोटूराम की जयंती के मौके पर इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला ने कहा कि किसान आंदोलन के सुखद परिणाम आएंगे. कहा- आंदोलन के जरिये देश में जो माहौल बना, उसके कारण सरकार बदलने के लिए 5 साल इंतजार नहीं करना पड़ेगा. जींद – प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और इनलो सुप्रीमो ओपी चौटाला मंगलवार को जींद पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने केंद्र और हरियाणा की सरकार पर कई सियासी हमले किये. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान बीजेपी सरकार का पतन होगा और देश के अंदर मध्यावधि चुनाव होंगे. इस आंदोलन का असर पूरे देश की राजनीति पर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हरियाणा ही नहीं, संसद भी भंग होगी और आंदोलन के सुखद परिणाम आएंगे. क्योंकि जब अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन चलाया गया था तब ये 100 साल से भी ज्यादा चला था और उसके परिणाम बड़े सुखद आए थे. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि किसानों ने सारी सुख सुविधाएं छोड़ कर संघर्ष की जो राह पकड़ी, उससे समूचे देश का वातावरण बदल गया है. आंदोलन की वजह से पंजाब-हरियाणा की कटुता प्रेम में बदल गई है. जो लोग जात-पात का जहर फैलाते थे, आंदोलन के माध्यम से उनको तमाचा मारा गया है. किसान जात-पात -धर्म की दीवारों को तोड़ कर सरकार का सूपड़ा साफ करने का निर्णय ले. सत्ता परिवर्तन आवश्यक है. इस समय जो माहौल देश में कायम है उसके हिसाब से पांच साल इंतजार नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि किसानों की हिम्मत व हौसले का परिणाम देखने को मिलेगा और देश में मध्यावधि चुनाव होंगे. सरकारों का पतन होगा, जब मध्यावधि चुनाव होंगे, आपके निर्णयों के अनुसार आपकी इच्छा से सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि सरकार आप बनाओगे, लेकिन सरकार बनने के बाद ऐसे निर्णय लेंगे कि भविष्य में कोई दिक्कत नहीं होगी. चौटाला ने कहा कि दीनबंधु सर छोटू राम की जयंती पर किसानों को संबोधित करना सौभाग्य है. सर छोटूराम, चौधरी देवीलाल व चरणसिंह के नक्शे कदम पर चलो. उन्होंने कहा कि हमारा कोई व्यक्तिगत, राजनितिक व आर्थिक स्वार्थ नहीं है और संघर्ष हमारे खून में है. हम तो स्वर्गीय चौधरी देवीलाल के सपने को साकार करने के पक्ष में हैं. जो सरकार जिम्मेवारी निभाने में असमर्थ हो तो उस सरकार का पतन जरूरी है. वोट के माध्यम से ऐसी सरकारों का पतन किया जा सकता है. Post navigation अमेरिका में मात्र 1500 ट्रेक्टर्स सडक़ों पर उतरे थे और वहां की सरकार को कानून बदलना पड़ा था: चौ. बीरेंद्र सिंह जींद में किसानों ने गेहूं की फसल पर चलाया ट्रैक्टर, बोले- जो टिकैत कहेंगे, वो करेंगे