महात्मा गांधी जी के दिखाए हुए मार्ग पर चलने का लिया संकल्प 30 जनवरी, 2021, फरीदाबाद – आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि के अवसर पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा कुमारी सैलजा जी के निर्देशानुसार जिला फरीदाबाद के समस्त कांग्रसजनों ने विधायक नीरज शर्मा के नेतृत्व में हार्डवेयर चौक पर आयोजित प्रार्थना सभा में गांधी जी का पुण्य स्मरण करते हुए उनके दिखाए हुए सेवा के मार्ग पर चलने का संकल्प दोहराया। इस दौरान मौन धारण कर गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और एक प्रदर्शनी के माध्यम से गांधी जी की जीवन यात्रा पर प्रकाश डाला गया। गौरतलब है कि महात्मा गांधी जी की 30 जनवरी 1948 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसलिए 30 जनवरी को गांधी जी की पुण्यतिथि को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। गांधी जी को सबसे पहले नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने राष्ट्रपिता कहा था और रवींद्रनाथ टैगोर ने उन्हें महात्मा नाम से उन्हें संबोधित किया था। कांग्रेस पार्टी के लिए तो महात्मा गांधी जी के विचार पार्टी की आत्मा है। उनके लिए प्रगति का अर्थ मनुष्य का समग्र विकास था। उनके लिए राष्ट्र के विकास का मतलब देश के सबसे गरीब व्यक्ति को उस विकास के अहसास से था, यह नहीं कि केवल चंद लोगों के विकास से। जैसे चंपारण में नील की खेती से कुछ लोग मालामाल हो रहे थे, लेकिन हजारों-हजार किसान गरीबी और भुखमरी के शिकार हो रहे थे। गांधी जी के लिए यह घोर अन्याय और पाप था। इसी कारण कांग्रेस पार्टी की हर कार्य योजना देश के जनता को ध्यान में रखकर बनती है, ना कि चंद लोगों के लिए। जब भी कांग्रेस गरीबों के उत्थान के लिए कार्य करती है, तो कुछ शक्तियां अपने निजी स्वार्थ में उनके विरोध में खड़ी हो जाती हैं। महात्मा गांधी जी के लिए सत्य ही ईश्वर था। कांग्रेस पार्टी ने हर समय सत्य को अपनी कार्यशैली में अपनाया है, लेकिन आज के समय में इसके ठीक उल्टा हो रहा है। यही नहीं सरकारों को पारदर्शी बनाने के लिए, भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए सूचना का अधिकार जैसा ऐतिहासिक कानून हमारी कांग्रेस सरकार सरकार ने बनाया था। भारत के हर नागरिक को यह अधिकार दिया कि आप किसी अधिकारी, मंत्री या कार्य योजना के बारे में कानूनी तौर पर जानकारी हासिल कर सकते हैं। लेकिन आज भ्रष्टाचार से लड़ने वाले सूचना के अधिकार के कानून को इतना कमजोर, इतना कमजोर किया कि आप सवाल पूछते रह जाओ, मगर आपको जवाब कभी नहीं मिलेगा। जवाब क्यों नहीं मिलेगा – इसे आप सब खुद समझ सकते हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने की उस समय थे। भले ही 30 जनवरी, 1948 को शाम की प्रार्थना के दौरान बिरला हाऊस में 78 वर्ष की उम्र में नाथूराम गोड़से की गोली ने गांधी जी के शरीर की हत्या कर दी हो लेकिन उनकी अजर अमर देवतुल्य आत्मा अब भी भारत और भारतीयों को गांधी दर्शन के रूप में अपने आत्मीय अहसास का अनुभव करा रही है। गांधी जी के द्वारा आजादी के यज्ञ में दिए गए अपने निष्कामों की आहुति से अच्छाई और सच्चाई की ज्योति आज भी जगमगा रही है। इस कार्यक्रम का समापन पूर्व मेयर अशोक अरोड़ा द्वारा गायत्री मंत्र का उच्चारण कर के किया गया एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एस. एल शर्मा ने इस मौके पर पधारे सभी लोगों का धन्यवाद किया। इस दौरान मुख्य रूप से चौधरी विवेक प्रताप, पूर्व डिप्टी मेयर मुकेश शर्मा, पं. योगेश गौड़, बलजीत कौशिक, गुलशन बग्गा, ज्ञानचंद आहूजा, अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन अब्दुल गफ्फार कुरैशी, स्टेट सोशल मीडिया इंचार्ज मनोज अग्रवाल, प्रदेश प्रवक्ता योगेश कुमार ढींगरा, प्रदेश प्रवक्ता जितेंद्र चंदेलिया, प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़, गुलशन बग्गा, एचपीसीसी कॉर्डिनेटर गौरव ढींगरा, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रियंका भारद्वाज, किसान कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव राकेश भड़ाना, चौ. पूरण सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुभाष कौशिक, प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस मोहन ढिल्लों, जिला महासचिव युवा कांग्रेस डॉ. पराग गौतम, अनिल नेता जी, एडवोकेट अनुज शर्मा, बाबूलाल रवि, अशोक रावल, संजय सोलंकी, राजेश आर्य, राजेन्द्र शर्मा, समीर धमीजा, शम्भू अरोड़ा, बिजेंद्र मावी, विनोद कौशिक, सुरेंद्र अरोड़ा, विजय कौशिक, नरेश शर्मा, श्रवण माहेश्वरी, श्रीमती दिशा गौतम, एडवोकेट के.एल वशिष्ठ, धर्मवीर वशिष्ठ सहित अन्य सैंकड़ों कार्यकर्तागण उपस्थित रहे। Post navigation फरीदाबाद में किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प, स्थिति गंभीर सृष्टि दहिया ने जीता राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल