दिल्ली में आज होने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली होनी है, जिसके पहले प्रदर्शनकारी किसानों के एक संगठन ने सिंघु बॉर्डर पर पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ दिए हैं. उनकी मांग आउटर रिंग रोड पर रैली करने देने की है. दिल्ली में आज होने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली से पहले प्रदर्शनकारी किसानों के एक संगठन ने सिंघु बॉर्डर पर पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ दिए हैं. पन्नू समूह के किसानों ने सिंघु बॉर्डर पर पुलिस की बैरिकैडिंग को तोड़ दिया. दरअसल, 5,000 किसान ऐसे हैं, जो आउटर रिंग रोड पर ट्रैक्टर रैली निकालना चाहते हैं. किसानों ने बैरिकैडिंग तोड़कर पैदल ही रैली शुरू कर दी है. प्रदर्शन स्थल पर बड़ी संख्या में ट्रैक्टर भी मौजूद हैं. हजारों लोग पैदल ही, झंडों के साथ मार्च कर रहे हैं. बता दें कि राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड के बाद कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठन दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं. रविवार को इसके लिए उन्हें अनुमति मिल गई थी. लेकिन परेड से पहले मंगलवार को सुबह हरियाणा और दिल्ली की सीमा सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे 5,000 से अधिक प्रदर्शनकारी किसानों ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी. नवंबर से शुरू हुए इस आंदोलन का केंद्र सिंघु बॉर्डर को ही बनाया गया है. पश्चिमी दिल्ली में टिकरी बॉर्डर पर भी हंगामा हुआ है, जहां किसान नेताओं ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने को कहा है. इस बीच किसानों ने सिंघु बॉर्डर से दिल्ली के लिए अपनी रैली शुरू कर दी है. किसान कंझावाला चौक-औचंदी बॉर्डर-KMP-GT रोड जंक्शन की ओर बढ़ रहे हैं. करनाल बाईपास पर एक अस्थायी दीवार खड़ी की गई है, ताकि दिल्ली में गाड़ियों के प्रवेश को रोका जा सके. इसके अलावा दिल्ली-नोएडा लिंक रोड पर चिल्ला बॉर्डर से भी किसान रैली कर रहे हैं. दिल्ली में पुलिस ने कई जगहों पर, जिनमें आईटीओ, यमुना ब्रिज वगैरह सहित कई जगहें शामिल हैं, बैरिकेडिंग की है. सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई गई है. Post navigation किसान दिल्ली में आएं, लेकिन गणतंत्र दिवस परेड में बाधा नहीं आने देंगे : दिल्ली पुलिस सरकार की किसानों पर दमनकारी नीतियों के चलते गणतंत्र दिवस बनाम हिंसक तंत्र – डॉ. अनिल कुमार मीणा