किसान अपने हक व भविष्य को बचान के लिए मजबूती से डटे. दिल्ली-जयपुर हाईवे पर किसान आंदोलन 39वें दिन भी जारी. 26 जनवरी के किसान दिवस परेड की तैयारिया चल रही फतह सिंह उजाला दिल्ली-जयपुर हाईवे पर किसान आंदोलन 39वें दिन भी जारी रहा । संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर बुधवार को गुरू गोबिंद सिंह जयंति को किसान शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया । यहां मोर्चे पर किसान पूरे हिम्मत व जोश के साथ अपने हक व भविष्य की लड़ाई लडने के लिए डटे हुए है। इसके साथ ही 26 जनवरी के किसान गणतंत्र दिवस परेड की तैयारिया चल रही है । क्रमिक अनशन पर बैठे अनशनकारियों का बुधवार सुबह 11 बजे जिंदाबाद के नारों के बीच दूध पिलाकर अनशन खुलवाया गया । बुधवार को गुरू गोबिंद सिंह जयंति को किसान शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया, सर्व कर्मचारी संर्घ हरियाणा के कर्मचारी हजारो की संख्या में किसान आंदोलन का समर्थन देने पंहुचे, पूर्व सांसद अवतार सिंह भदाना ने किसान आंदोलन का समर्थन किया। गुरू गोबिंद सिंह के जम्न दिवस पर सुरेंद्र पाल सिंह पंचकुला ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरूगोबिंद सिंह भाईचारा, समानता व अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले जज्बा पैदा करने वाले रहे है। गुरूगोबिंद सिंह की पहली लड़ाई हिमाचल के फगानी हिमाचल की पहाड़ी के राजाओं के विरूद्ध पीर बद्दूशाह के साथ लड़ी गई । जिसमें गुरूगोबिंद सिंह के अनेंको अनुयायियों ने बडी कुर्बानी दी । जिसका ग्रथं लिखा गया है । सिख इतिहास का अन्याय के खिलाफ जीवन बलिदान करने सहित मानवता की रक्षा करने का पूर्ण इतिहास है, जिसको आज तक छुआ नही जा सका । पीछले कुछ दशको से शासको व राजनेताओं द्वारा मुसलमानो के खिलाफ किया जो जाता रहा, गलत है । बुधवार को बताया गया कि खेडा बोर्डर पर 21 जनवरी को पीर बुद्दीशाह की याद में पंजाब के चोटी के कलाकार कनवर गिरेंवाल, हर्षचीमा, गलोवारिच, महिला कलाकार सोनिया मान, पीर बुद्दीशाह फांउडेंशन किसानी गीत सम्मेलन सहित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे । जिसमें मुख्य रूप से मिटी दबोल, फसलों के फैंसले किसान करेंगे । दिल्ल्ी में किसान कूच करेंगे आदि प्रमुख रूप से रहेंगे । इसी मौके पर पूर्व सांसद अवतार सिंह भडाना ने शाजहांपुर मोर्चे पर पहुंचकर किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए आहवान किया कि इस ऐतिहासिक किसान आंदोलन में किसी भी जाति और धर्म का किसान केंद्र के थोपे गए काले कृषि कानूनों के रद्द नही किये जाने या वापिस नहीं लिये जाने तक घर नहीं लौटेंगे । सभा का संचालन डॉ संजय माधव ने किया। बुधवार की किसान सभा को कई किसान नेताओं व किसान आंदोलन का समर्थन करने आए गणमान्य लोगों ने सम्बोधित किया । वक्ताओं में पैमराम, मोतीलाल शर्मा, रामप्रसाद जांगिड, हरिराम टंाडी, रामेश्वर वर्मा, अजय यादव, राकेश चैधरी, राव कृष्ण यादव भरत राम चैधरी, शीतल कंवार, धमेंद्र ऐंचरा, जोराराम, केसी हरेकरिप्पा, मोहन नेता, देवेंद्र चैधरी, राम लक्ष्मी कांत, शिवलिंगप्पा, सिद्धाप्पा,राघवेंद्र, रंगास्वामी, सरदार बलदेव सिंह, संतोष गिल, दलजीत कुमार गोरा, रचना मान, संगीता ढाबा, शंकरलाल चैधरी, केपी सिंह, पुष्पराजसिंह यादव, बलदेव सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह आदि शामिल रहे। अनेक किसानों के साथ पिछले एक सप्ताह से यहां पडाव डाले यहंा से 3हजार किलो मीटर दूरी व 800 किसानों के पहुंचे केरल के राज्यसभा सदस्य सांसद केके रागेश ने तीन कृषि कानूनों को तुरंत रद्द करने व समस्त फसलो ंपर एक साथ एमएसपी लागू करने, फसलों की एमएसपी के विरूध खरीद नही करने वालों पर कानूनी शिंकजा कसने व सजा मिलने, खरीदारो द्वारा एक एक दाना कॉपरेट घरानो के द्वारा खरीदने का विरोध किया गया। विरोध करने पर उन सहित आठ सांसदों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हे सदन से बाहर भी निकाला गया । उन्होनें कहा कि कृषि कानून किसानों के हित में नही उनकी मौत को बुलावा है । उन्होंने आगाह किया कि किसान सड़को पर रहेगा, लेकिन भाजपा सरकार ने उनकी एक नही सुनी । आज पिछले चार माह से देश में किसान का गुस्सा उफान पर है। 26 जनवरी को गणतंत्रता दिवस के अवसर पर संयुक्त मोर्चा के आहवान का इंतजार समस्त बोर्डर पर अनगिनत किसान कर रहे है । समय रहते अपनी हठ छोड कर राजा को चाहिए कि वे अपनी प्रजा को खुश करने के लिए हठ छोड़ दे। उल्लेखनीय है कि बावल के उपमण्डल अधिकारी नागरिक मनोज कुमार व उपपुलिस अधीक्षक राजेश चेची खेडा बोर्डर पर 26 जनवरी को किसानों के दिल्ली कूच करने के आहवान पर सरकार द्वारा दी गई गाईड लांईस के तहत खेडा बोर्डर पर जेसीबी कंटेनर व भारी पुलिस बल क साथ मौजूद रहे । बुधवार को विभिन्न वक्तओं में पूर्व विधायक पैमा राम, केरल के सांसद एवं राज्यसभा सदस्य केके रागेश, मोती लाल शर्मा राजाराम मील,तारा सिंह सिद्दु, धर्मसिंह, सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा विद्युत विभाग के राज्य प्रधान सुरेश राठी, हमीर सिंह हमकुंण्डू फांऊडेंशन राजस्थान, छगन लाल चैधरी, राकेश फगोडिया, हरफूल सिंह, भागीरथ नेतड, चैधरी बलबीर छिल्लर अलवर आदि अनेंको किसान नेताओं ने किसान सभा को सम्बोधित किया । Post navigation राव इन्द्रजीत सिंह दक्षिणी हरियाण के हितों के लिए अपनी कुर्सी मोह त्यागने की हिम्मत रखते है या नही? : विद्रोही किसानों के समर्थन में पहुँचे अभय चौटाला,किसानों पर अत्याचार सहन नही करेंगे