20 जनवरी 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह से पूछा कि वे दक्षिणी हरियाणा के लोगों को बताये कि मनेठी एम्स निर्माण के लिए माजरा के किसानों को 50 लाख रूपये प्रति एकड़ मुआवजा न देने के पीछे सरकार की क्या मजबूरी है? विद्रोही ने सवाल कि क्या माजरा के किसान एम्स निर्माण के लिए अपनी उपजाऊ जमीन देकर कोई पाप कर रहे है? क्या वे अपनी जमीन का मुआवजा 50 लाख रूपये प्रति एकड़ मांगकर कोई अपराध कर रहे है? क्या दक्षिणी हरियाणा में एक एकड़ जमीन की कीमत 50 लाख रूपये प्रति एकड़ से कम है? यदि जमीन की कीमत 50 लाख रूपये प्रति एकड़ से कम है तो राव इन्द्रजीत सिंह अपनी सारी जमीन 51 लाख रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुझे दे दे, मैं लोगों सेे चंदा करके उनकी सारी जमीन खरीदने का सार्वजनिक वचन देता हूं। 

विद्रोही ने कहा कि मनेठी एम्स निर्माण के लिए मंगलवार को मिली एम्स संघर्ष समिति से उनका कहना कि माजरा के किसानों को 50 लाख रूपये प्रति एकड़ मुआवजा न देने की सरकार की मजबूरी को समझे। सवाल उठता है कि जो भाजपा सरकार एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के लिए जमीन अधिग्रहण करने के लिए माजरा के किसानों को साढ़े 62 करोड़ रूपये का कुल मुआवजा तक नही दे सकती, वह सरकार दक्षिणी हरियाणा के हितों, विकास के प्रति कितनी गंभीर व ईमानदार है, यह बताने की जरूरत नही। वहीं जिस क्षेत्र के राव इन्द्रजीत सिंह जैसे कमजोर, कुर्सी प्रेमी सांसद हो, उस क्षेत्र के साथ विकास कार्यो में अन्याय व भेदभाव नही होगा तो और क्या होगा?

विद्रोही ने कहा कि राव इन्द्रजीत सिंह को 50 लाख रूपये प्रति एकड़ मुआवजा न दे पाने की हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार की मजबूरी बताकर दक्षिणी हरियाणा विकास विरोधी सोच वाली सरकार का बेशर्मी से बचाव करने की बजाय सरकार को चेतावनी देनी चाहिए कि यदि 15 दिनों के अंदर-अंदर भाजपा खट्टर सरकार ने मनेठी एम्स निर्माण के लिए माजरा के किसानों की जमीन 50 लाख रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से नही ली तो वे केन्द्रीय मंत्रीमंडल व भाजपा से इस्तीफा दे देंगे।

विद्रोही ने कहा कि यदि राव इन्द्रजीत सिंह कुर्सी से प्रेम करने की बजाय दक्षिणी हरियाणा के प्रति प्रेम दिखाकर ऐसा करने की हिम्मत करेंगे तो दो-तीन दिन के अंदर ही भाजपा खट्टर सरकार घुटनें पर आकर माजरा के किसानों की जमीन एम्स निर्माण के लिए 50 लाख रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से लेने को मजबूर नजर आयेगी। सवाल केवल इतना है कि क्या राव इन्द्रजीत सिंह दक्षिणी हरियाण के हितों के लिए अपनी कुर्सी मोह त्यागने की हिम्मत रखते है या नही?

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