हरियाणा में बर्ड फ्लू की अफवाह फैलती जा रही है, जिसके चलते पहले लॉकडाउन की मार झेल चुके मुर्गीपालन उद्योग से जुड़े लोगों को खासी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं.

यमुनानगर. अभी कोरोना महामारी से देश ठीक से संभला भी नहीं है की एक और नई मुसीबत की सुगबुगाहट सरकार और लोगों को डराने लगी है. जी हां! हम जिक्र कर रहे हैं पंचकूला के बरवाला इलाके में रहस्यमय तरीके से दम तोड़ने वाली मुर्गियों का. अचानक से मरने वाली मुर्गियों की संख्या इतनी ज्यादा है कि इसने लोगों की चिंता बढ़ा दी है.

हालांकि, पंचकूला पशुपालन विभाग द्वारा इन मुर्गियों के सैंपलों को एकत्रित कर उन्हें जालंधर और भोपाल स्थित लैब में भेजा जा रहा है. इन सैंपलों की टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात की पुष्टि हो सकती है कि मुर्गियों की मौत के पीछे बर्ड फ्लू जैसा घातक वायरस जिम्मेदार है या फिर कुछ और?

अंडा मार्केट पर बर्ड फ्लू की अफवाह का असर

बहरहाल, इस दौरान अफवाहों का दौर भी शुरू हो चुका है और इसका असर अंडे की डिमांड और कीमत पर भी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. लोग अंडे का सेवन करना कम कर रहे हैं, जिसके चलते डिमांड के साथ-साथ इनके दाम भी घट रहे हैं.

सुरक्षा को लेकर अलर्ट पर

पूरे हरियाणा प्रदेश में बर्ड फ्लू की अफवाह फैलती जा रही है, जिसके चलते पहले लॉकडाउन की मार झेल चुके मुर्गीपालन उद्योग से जुड़े लोगों को खासी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं. यमुनानगर के किसानों का कहना है कि वह डॉक्टरों से दिशानिर्देश लेकर हर तरीके से एहतियात बरत रहे हैं. उन्होंने पहले की अपेक्षा सैनिटाइजिंग और स्प्रे भी बढ़ा दिया है. हालांकि, मुर्गीपालन उद्योग से जुड़े लोगों का यह भी कहना है कि सर्दी से भी मुर्गियों की मौत हो सकती है, लेकिन असली हकीकत टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी. कुछ फार्मरों का कहना है कि अफवाहों का असर उनके व्यवसाय पर बहुत पड़ रहा है.

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