डीजीपी का पुतला फूंका, सीसीटीवी लगाने और भ्रष्ट अधिकारियों के तबादले की रखी मांग

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

शहर में बढ़ते अपराधों को लेकर आखिर लोगों का गुस्सा आज फुट पड़ा और उन्होंने ढीली कानून व्यवस्था को लेकर नारेबाजी करते हुए रोज गार्डन से लेकर लघु सचिवालय तक रोष मार्च निकाला। जहां पहुंचने पर उन्होंने इन सबके लिए पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार अजय कुमार को सौंपा। उनका कहना है कि अपराधियों में पुलिस का कोई खौफ नहीं है यही वजह है कि एक के बाद एक आपराधिक घटनाएं घटित हो रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अविलंब ढीले और नकारा पुलिस अधिकारियों के तबादले के साथ शहर के 100 मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी लगाने की मांग भी रखी है।

  इससे पूर्व सुबह 10 बजे शहर के गणमान्य लोग रोज गार्डन में जुटने शुरू हो गए थे। वहां से  प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए सचिवालय की ओर बढ़े परशुराम चौक पर पहुँचने पर उन्होंने विरोधस्वरूप डीजीपी का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। लघु सचिवालय में भी तहसीलदार को ज्ञापन देने से पहले 15 मिनट तक जोरदार नारेबाजी की।

इस दौरान अपने संबोधन में अधिवक्ता संजीव तक्षक ने कहा कि अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। जिसके कारण दादरी का आम नागरिक भय के साए में जीने को मजबूर है। कोई हफ्ता नहीं गुजरता जब हत्या, चोरी, लूट, डकैती या बलात्कार ना होते हों। अपराधी घटना को अंजाम दे आसानी से भाग खड़े होते हैं। जिसके लिए अधिकारियों की ढीली पकड़ और लचर रवैया दोषी है।

किसान नेता राजू मान ने कहा कि दादरी नया जिला बना है और शहर के चारों तरफ पुलिस के नाके बने हुए हैं। चिंता का विषय यह है कि उसके बावजूद अपराधी उनकी पकड़ में नहीं आते। जनता में ये आम धारणा बन गई है कि पुलिस अपराधियों से गठजोड़ किये हुए है। इसके लिए जरूरी है कि नकारा और मोटी कमाई करने वाले अधिकारियों को दूर की राह दिखाई जाए और दादरी जिले में अमन चैन की बहाली के लिए ईमानदार अधिकारियों की नियुक्ति हो। 

अधिवक्ता वीरेंद्र डूडी  ने कहा कि बड़े अधिकारियों की नजर ओवरलोडिंग और अवैध खनन के खेल पर है। यही वजह है कि कनिष्ठ कर्मचारियों पर उनकी पकड़ ना के बराबर है। इससे सारी व्यवस्था चरमरा गई है। जरूरी है कि सबके मिलकर इस गोलमाल के खिलाफ लामबंद होकर संघर्ष करें।

   इंटक जिला प्रधान सुशील धानक और सब्जी मंडी के प्रधान नितिन जांघू ने कहा कि नागरिकों को सुरक्षा देना पुलिस का नैतिक दायित्व है पर उसको छोड़ थानाधिकारी वसूली पर निगाह रखे हुए हैं। भाकियू नेता जगबीर घसोला, पार्षद वीरेंद्र पप्पू और जितेंद्र जटासरा ने कहा कि जब तक नकारा अधिकारियों का तबादला नहीं होता हम चैन से नहीं बैठेंगे।

 प्रदर्शन में हंसराज फौगाट, यादवेंद्र डूडी, प्रवीण तक्षक, भूपेंद्र, लालचंद, इंद्र राणा, सोनू श्योराण, संजय साहू, धर्मेन्द्र अटेला, विजय सिंह, कुलवंत रंगा, दिनेश, अंकित, सुरेश, राजेश, कृष्ण, प्रवीन स्वामी, वेदप्रकाश, मांगेराम, सतबीर समेत अनेक गणमान्य मौजूद थे।

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