• रविवार 13 नवंबर को सुबह 11 बजे राजस्थान और हरियाणा के किसान शाहजहांपुर बॉर्डर से दिल्ली के लिए कूच करेंगे। • संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले सभी किसान संगठन एकजुट हुए। सैकड़ों वाहन और हजारों किसान “दिल्ली चलो” के साथ जुड़ेंगे। • उत्तर, पश्चिम और पूर्व के बाद अब दक्षिण का मोर्चा भी खुला। किसानों के ऐतिहासिक संघर्ष में अब चौथा मोर्चा भी खुल जाएगा। रविवार 13 दिसंबर को सुबह 11 बजे NH-8 पर राजस्थान -हरियाणा बॉर्डर शाहजहांपुर (बहरोड़) से सैकड़ों वाहनों के साथ हजारों किसान दिल्ली की दिशा में कूच करेंगे। किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच वार्ता में गतिरोध आने के बाद आंदोलन को और मजबूत करने की दिशा में यह कदम उठाया गया है। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले हो रहे इस आंदोलन को और मजबूत करने के लिए राजस्थान के कोने कोने से तथा दक्षिणी हरियाणा के सभी जिलों के किसान शाहजहांपुर बॉर्डर से “दिल्ली चलो” की शुरुआत करेंगे। इस कार्यक्रम में राजस्थान और हरियाणा के किसानों और किसान नेताओं के साथ राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता भी शामिल रहेंगे। इसमें सुश्री मेधा पाटकर, महाराष्ट्र से पूर्व सांसद राजू शेट्टी, सुश्री प्रतिभा शिंदे, श्री अशोक धावले, तेलंगाना से वी वेंकटरमैया, केरल से श्री कृष्ण प्रसाद, कर्नाटक से कविता कुरुगंती रहेंगे। हरियाणा से श्री सत्यवान, श्री प्रेम सिंह गहलावत, रमज़ान चौधरी पहुंच रहे हैं। राजस्थान से पूर्व विधायक श्री अमरा राम, श्री तारा सिंह सिद्धू , श्री रंजीत राजू, श्री कैलाश यादव, श्री रामचंद्र और अन्य किसान नेता किसानों का नेतृत्व करेंगे। इस मोर्चे का संयोजन जय किसान आंदोलन (स्वराज अभियान) के नेता और संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय समिति के सदस्य श्री योगेंद्र यादव करेंगे। Post navigation पर्यावरण रक्षा को लेकर पत्रकारों ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा एआईकेएससीसी ने किसान आन्दोलन को बदनाम व विभाजित करने के सरकार के प्रयासों की कड़ी निन्दा की।