पुलिस की मुस्तैदी से कहीं नहीं लगा जाम, लोगों को नहीं हुई परेशानी।

भारत सारथी जुबैर खान नूंह

सामाजिक संगठनों और किसानों ने भादस गांव में किसानों के भारत बंद आंदोलन के दौरान जमकर नारेबाजी की । इतना ही नहीं इस दौरान रोड जाम करने की स्थिति बनी तो पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए भारी पुलिस बल के साथ रोड पर जाम नहीं लगने दिया। लेकिन किसान आधे रोड पर बैठकर घंटो तक नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते रहे।

आपको बता दें कि समाजसेवी रमजान चौधरी ,सलामुद्दीन एडवोकेट व तौफीक खान सहित अन्य दर्जन भर समाज सेवियों के साथ सैकड़ों किसानों ने भादस गांव में पहुंचकर सड़क के बीचो बीच बैठकर किसान विरोधी कानून के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना लगी तो पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई। डीएसपी फिरोजपुर झिरका और एसडीएम फिरोजपुर झिरका भी भीड़ की भनक लगते ही मौके पर पहुंच गए। प्रदर्शन कर रहे समाजसेवियों और किसानों को समझाते हुए उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की बात कही। इतना ही नहीं उन्होंने किसानों को रोड जाम ना करने की चेतावनी देते हुए किसी भी कानूनी व्यवस्था को भंग ना करने के आदेश दिए।

जिस पर किसानों ने रोड के एक तरफ बैठकर सरकार के खिलाफ भारत बंद आंदोलन को लेकर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस ने भादस गांव में पूरी तरह काफी पुलिस बल के साथ किसानों पर नजर रखी, ताकि किसी तरह का किसान रोड जाम और कोई कानूनी व्यवस्था को खराब ना करें। जिससे क्षेत्र में अशांति ना फैले और कोई सरकारी संपत्ति को नुकसान न हो। इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए समाजसेवी रमजान चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के साथ एमएसपी को खत्म कर और इन तीनों कानूनों को लाकर किसानों के साथ अत्याचार करने का काम कर रही है। इन काले कानूनों से किसान पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा और अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर होते हुए कोड़ी के भाव में फसल को बेचेगा। जिससे किसान आज इस आंदोलन की राह पर उतरकर सरकार से इस काले कानून को वापस लेने की मांग कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज देश के कोने कोने में इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है। दिल्ली के चारों ओर किसान लाखों की तादाद में भाजपा सरकार के खिलाफ बैठे हुए । लेकिन वह सरकार को याद दिलाते हैं कि जब तक इस काले कानून को वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक इस काले कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर किसान और सामाजिक संगठन लगातार सड़कों पर रहेंगे।

मेवात पुलिस की तत्परता

मेवात पुलिस भारत बंद किसानों के आंदोलन को लेकर लगातार सतर्क दिखाई दी। मेवात के चौक चौराहों पर पुलिस मुस्तैद नजर आई । इस दौरान कोई जाम और कोई भी कानून व्यवस्था भंग ना हो इसके लिए पुलिस पूरी तरह अलर्ट दिखाई दी । मेवात पुलिस कप्तान नरेंद्र बिजारणिया ने एक दिन पहले ही आदेश दे दिए थे कि कानून व्यवस्था को भंग करने वालों को कतई बक्सा नहीं जाएगा। इस दौरान मेवात में कहीं भी कानून व्यवस्था को नुकसान पहुंचने की स्थिति नहीं बनी और किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से किसान भारत बंद आंदोलन का समर्थन कर सरकार के खिलाफ विरोध जताया।

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