तीन काले कृषि कानूनों पर सरकार नहीं दे पाई मेरे किसी सवाल का जवाब चंडीगढ़, 7 नवम्बर : आज चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस कर विधायक बलराज कुंडू ने विधानसभा सत्र बारे अपना अनुभव बताते हुए कहा कि आज सबसे बड़ा मुद्दा 3 काले कृषि कानून हैं जिन पर चर्चा करके सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर किसान-मजदूर हित में काम करना चाहिए था लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा एक प्लानिंग के तहत इन बातों को दबाया गया। मैंने अपने वक्तव्य में कृषि कानूनों को लेकर जो गंभीर सवाल उठाए हैं उनमें से किसी एक सवाल का जवाब भी सत्ता पक्ष नहीं दे पाया। बलराज कुंडू ने कहा कि दो दिन के इस सत्र में बर्खास्त PTI के मामले पर चर्चा होनी चाहिए थी और मैंने सवाल लगाए लेकिन सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं था। प्रदेश में पिछले करीब 8 साल से जेबीटी टीचर्स की भर्ती ना होने से काबिल युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है लेकिन कितनी हैरानी की बात है कि सरकार छात्र-शिक्षक अनुपात बढ़ाकर कह रही है कि जेबीटी टीचर की कोई पोस्ट ही खाली नहीं है। इस सत्र में गेस्ट टीचर्स व आशा वर्कर्स तथा बेरोजगारी पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए थी लेकिन सत्ता पक्ष के साथ खेल रचकर विपक्ष ने समय खराब किया और ऐसे बेहद जरूरी विषयों पर गंभीर चर्चा नहीं हो सकी जो सही नहीं है। अगर इसी तरह से विधानसभा सत्र चलेगा तो यह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं कहा जा सकता। एक सवाल के जवाब में उन्होंने 75 प्रतिशत रोजगार प्रदेश के युवाओं को आरक्षित करने को अच्छा कदम बताया लेकिन साथ ही इसके जिलों सम्बन्धी प्रावधान पर आपत्ति भी जताई। पंचायतों में महिलाओं को पचास फीसदी आरक्षण और आर्थिक कमजोर वर्ग को पुलिस भर्ती में 5 छूट तथा पिछड़े वर्ग को प्लाट आवंटन में दी गयी 10 फीसदी छूट को उन्होंने स्वागत योग्य करार देते हुए कहा कि वे अच्छे काम की हमेशा सराहना भी करते हैं लेकिन कुछ गलत होता है तो वे उसके विरोध में खड़ा होना भी अपना धर्म मानते हैं। Post navigation हरियाणा में सभी मजिस्ट्रेट को अब डीसी रेट पर ड्राइवर रखने का अधिकार विधानसभा में विपक्ष की मांग को अनसुना कर प्रजातंत्र का घोटा गया गला – भूपेंद्र सिंह हुड्डा