पुलिस ने बताया कि अंतरजातीय विवाह को लेकर लड़की के परिजन खफा थे. आशंका है कि उसी के चलते युवक की हत्या की गई. फतेहाबाद. जिले के गांव नूरकीअहली में ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है. आरोप है कि ससुराल गए 32 साल के एक शख्स की उसकी पत्नी, सास और ससुर सहित करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों ने मिलकर हत्या कर दी. मृतक के शरीर पर गंभीर चोट के निशान मिले हैं और इस मामले में पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. डीएसपी अजैब सिंह ने बताया कि शिकायत में मृतक की पत्नी अनीता, सास-ससुर और अन्य रिश्तेदारों सहित 11 नामजद और 8 से 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. डीएसपी ने बताया कि फिलहाल जांच चल रही है और पूछताछ के लिए कुछ लोगों को थाने बुलाया गया है. मृतक की बहन ने बताया कि करीब 4 साल पहले गांव नूरकीअहली निवासी अनीता के साथ उनके ममेरे भाई निशांत की अंतरजातीय लव मैरिज हुई थी. लड़की की रजामंदी से ही यह शादी हुई थी और कोर्ट से भी शादी का पंजीकरण करवाया गया था. मृतक की बहन ने बताया कि कुछ दिन पहले निशांत की पत्नी अनीता अपने मायके जरूरी काम से गई थी और उसके बाद वापस नहीं आई. बीते दिन निशांत अपनी मौसी के यहां शादी के कार्यक्रम में आया हुआ था और वापस घर जाते हुए रास्ते में निशांत के पास अनीता का फोन आया और उसे अपने गांव नूरकीअहली बुलाया. आरोप है कि निशांत पत्नी को लेने के लिए गांव नूरकीअहली पहुंचे तो वहां पर ससुराल वालों ने पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी. पुलिस पर लगाया लेटलतीफी का आरोप मृतक की बहन ने बताया कि फिलहाल पुलिस ने मृतक की पत्नी और कुछ रिश्तेदारों सहित चार लोगों को पकड़ा है और उनसे पूछताछ कर रही है. अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने मंगलवार तक का समय दिया है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 27 अक्टूबर तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं होते हैं तो परिवार के लोग धरना प्रदर्शन करेंगे. पोस्टमार्टम की कार्रवाई को लेकर भी परिजनों ने पुलिस पर लेटलतीफी के आरोप लगाए हैं. अंतरजातीय विवाह को लेकर लड़की के परिजन थे खफा मृतक की बहन ने कहा कि परिवार के लोग दोपहर 2:00 बजे से पोस्टमार्टम की कार्रवाई के लिए बैठे हैं, लेकिन आज पूरा दिन बीत जाने के बाद भी पोस्टमार्टम नहीं हुआ. पुलिस का कहना है कि अंतरजातीय विवाह को लेकर लड़की के परिजन खफा थे. Post navigation मैला ढोने वालों की दुर्दशा मूर्ति पूजक देश में प्रधानमंत्री के पुतले जलाने के क्या इशारे ?