पुलिस शहादत सप्ताह….थाना भवन में लगे शहीद पुलिस जवानों के फोटो और शिलापट्ट

शहीद पुलिस जवानों की शहादत देती रहेगी सभी को प्रेरणा.
शहीद साथी पुलिस जवानों की शहादत का यही सम्मान

फतह सिंह उजाला

पटौदी।  21 अक्टूबर से मनाए जा रहे शहीद पुलिस शहीद सम्मान समारोह का आयोजन प्रदेश में 30 अक्टूबर तक मनाया जाना तय किया गया है । इस दौरान संबंधित थाना क्षेत्र के शहीद होने वाले पुलिस जवानों-अधिकारियों को याद कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए परिजनों को विशेष रूप से सम्मानित किया जा रहा है ।

इसी कड़ी में सीधी और बेलाग बात यह है कि संबंधित थाना क्षेत्र के शहीद होने वाले पुलिस जवानों और अधिकारियों के फोटो सहित उनके नाम थाना परिसर में लगाए जाने चाहिए । जिससे कि पुलिस बल में कार्यरत सभी साथी पुलिसकर्मियों के साथ-साथ नए आने वाले पुलिस जवानों और अधिकारियों को भी अपने ही विभाग के जांबाज और शहादत देने वाले जवानों के विषय में जानकारी मिलने के साथ-साथ प्रेरणा भी मिलती रहे । बात यहीं तक की नहीं , थाना में आने वाले आम आदमी और फरियादी को भी खाकी के बलिदान के बारे में जानकारी मिलने के साथ-साथ प्रेरणा भी प्रदान होगी । शुक्रवार को डीसीपी मानेसर निकिता गहलोत और पटौदी के एसीपी वीर सिंह के द्वारा क्रमशः जाटोला और लौकरी गांव में पुलिस विभाग में कार्यरत रहे, शहादत देने वाले पुलिस बल के जवान शहीदों को याद करते हुए उनकी प्रतिमाओं पर फूल अर्पित कर शहादत को नमन किया गया ।

इस मौके पर पुलिस अधिकारियों के द्वारा शहादत सम्मान समारोह में पहुंचे जनप्रतिनिधियो और ग्रामीणों से आग्रह किया गया कि पुलिस जवानों की शहादत को याद जिंदा रखने के साथ-साथ इनका सम्मान बनाए रखने के लिए गांव में सड़क मार्ग, सार्वजनिक भवन, सकूल इत्यादि का यदि शहीद पुलिसकर्मी के नाम पर नामकरण करवाना चाहते हैं तो संबंधित ग्राम पंचायत प्रस्ताव पास करके अपने क्षेत्र के थाना अधिकारी को उपलब्ध करवा दें । इसके बाद में पुलिस विभाग के द्वारा आगामी कार्यवाही कर शहीद पुलिस जवानों की शहादत को अमरत्व प्रदान करने का काम किया जाएगा ।

डीसीपी मानेसर निकिता गहलोत पटौदी क्षेत्र के ही गांव जाटोला में पहुंची और यहां उन्होंने शहीद सब इंस्पेक्टर रणवीर सिंह के स्मारक स्थल पर पुष्प अर्पित किए । सब इंस्पेक्टर रणवीर सिंह मूल रूप से गांव जाटोला के रहने  वाले थे । उन्होंने बतौर सिपाही हरियाणा पुलिस में सेवाएं देना आरंभ किया , 15 नवंबर 2018 को सीआईए रेवाड़ी की पुलिस टीम को सूचना मिली कि हत्या के मामले वांछित बदमाश धारूहेड़ा के औद्योगिक क्षेत्र में घूम रहा है।  इस बदमाश को पकड़ने के लिए सब इंस्पेक्टर रणवीर सिंह दलबल के साथ बदमाश की तलाश में निकल पड़े । इसी दौरान हुई मुठभेड़ में सब इंस्पेक्टर रणवीर सिंह को गोलियां लगी और वह अपने फर्ज का निर्वहन करते हुए पुलिस विभाग के लिए शहीद हो गए ।

इसी प्रकार से पटौदी क्षेत्र के गांव लौकरी के रहने वाले ओम प्रकाश 1986 में बतौर सिपाही हरियाणा पुलिस में भर्ती हुए  बतौर एएसआई के पद पर काम करते हुए ओम प्रकाश को मथुरा कोर्ट में पेश करने के लिए बच्चा सिंह नामक एक कैदी को लेकर जाना था । वह हरियाणा रोडवेज  बस से बच्चा सिंह को लेकर मथुरा के लिए रवाना हो चुके थे । इसी दौरान होडल के पास डबचिक कांप्लेक्स के नजदीक 5-6 हथियारबंद युवाओं ने ओमप्रकाश सहित पुलिस टीम पर फायरिंग कर  दी । फायरिंग के दौरान एएसआई ओमप्रकाश को गोलियां लगी और वह अपने फर्ज की अदायगी करते हुए पुलिस विभाग के लिए शहीद हो गए ।

शुक्रवार को गांव लौकरी पहुंचे पटौदी के एसीपी वीर सिंह में शहीद एएसआई ओमप्रकाश की पत्नी सुनीता देवी को पुलिस विभाग की तरफ से सम्मानित किया । शहीद ओमप्रकाश का 1 पुत्र अमित फरीदाबाद में  सिपाही के पद पर हरियाणा पुलिस में अपनी सेवाएं दे रहा है । सबसे छोटे पुत्र सतीश के द्वारा पलवल में हरियाणा पुलिस में सिपाही पद के लिए भर्ती का ट्रायल दिया हुआ है । एक अन्य पुत्र अशोक खेती का काम कर रहा है । इस मौके पर डीसीपी मानेसर निकिता गहलोत और एसीपी पटौदी वीर सिंह के द्वारा शहीद पुलिस अधिकारियों के परिजनों को भरोसा दिलाया गया कि किसी भी प्रकार की समस्या अथवा परेशानी हो पुलिस विभाग हमेशा मदद करने के लिए तैयार है । इस मौके पर पंचायत समिति सदस्य मनजीत , फर्रूखनगर गौशाला के प्रधान विक्रम ठेकेदार,  पूर्व सरपंच बिजेंदर , नंबरदार लीलू, विजय, शीशराम नंबरदार, धर्मवीर सहित शहीद ओमप्रकाश के परिवार से अनेक महिलाएं भी शहीद स्मारक स्थल पर मौजूद रहे ।

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