कमलेश भारतीय

कन्या कुमारी स्थित स्वामी विवेकानंद शिला स्मारक की स्वर्ण जयन्ती के अवसर पर बाली,इंडोनेशिया में एक इतिहास लिखा गया। सीनेटर डा. श्री आई.गुस्ती नगुराह आर्य वेदाकर्णा महेन्द्रदत्ता दासत्रपुतरासूयाशा तृतीय,इंडोनेशिया में भारत के राजदूत श्री प्रदीप कुमार रावत और स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केन्द्र,बाली के निदेशक श्री मनोहर पुरी ने स्वामी विवेकानंद की मूर्ति का बाली में अनावरण किया। इंडोनेशिया में ही नहीं दक्षिण-पूर्वी एशिया में स्वामी जी की किसी सार्वजनिक स्थल पर यह प्रथम प्रतिमा स्थापित हुई है । वीरात्मा को भी सम्मानित किया गया। मूर्ति के निर्माण एवं स्थापना में सुकर्णो केन्द्र का सक्रिय सहयोग एवं योगदान रहा। इस अवसर पर बाली में भारत के प्रधान कोंसुल जनरल श्री प्रकाश चंद भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर श्री वेदाकर्णा ने कहा कि जो भी युवक इस मूर्ति को देखेगा अथवा इसमें सामने से गुजरेगा उसके भाीतर एक नवीन उर्जा का संचार होगा क्योंकि स्वामी जी युवा शक्ति की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने कहा कि इस मूर्ति की स्थापना में श्री मनोहर पुरी एवं श्री वेदाकर्णा के संयुक्त प्रयासों की प्रशसा करते हुए भारतीय राजदूत महामहिम श्री प्रदीप रावत ने कहा कि इस प्रतिमा से दोनों देशों के संबंध प्रगाढ़ होंगे इसमें कोई सन्देह नहीं।

स्वामी विवेनंद सांस्कृतिक केन्द्र के निदेशक श्री मनोहर पुरी ने अपने भाषण में कहा कि इस प्रतिमा को स्थापित करने के सन्दर्भ में स्थानीय लोगों का भरपूर सहयोग रहा और किसी प्रकार के सरकारी अनुदान की आवश्यकता ही नहीं पड़ी।

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