दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के मुताबिक, एंट्री और एग्जिट के लिए अलग-अलग गेट होगा. ट्रांजेक्शन पूरा कैशलेस होगा.

मेट्रो सेवाएं 7 सितंबर से अनलॉक 4 के तहत शुरू होने वाली हैं. केंद्र सरकार ने मानक संचालन प्रक्रिया जारी कर दी है. सरकार के निर्देशों के मुताबिक 7 सितंबर से स्टेप बाइ स्टेप मेट्रो सेवा शुरू की जाएगी. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के मुताबिक, प्रारंभ में, हम केवल एक लाइन खोलेंगे और परिचालन समय सुबह 7 बजे से 11 बजे तक और शाम 4 से 6 बजे तक होगा. वहीं, प्रमुख  मेट्रो स्टेशनों पर केवल चयनित गेट से ही एंट्री की जा सकेगी. एग्जिट के लिए भी अलग गेट होगा. यात्रियों को  केवल स्मार्ट कार्ड का उपयोग और कैशलेस/ऑनलाइन लेनदेन की अनुमति होगी.

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के मुताबिक, तीन चरणों में मेट्रो का पूरा ऑपरेशन चालू किया जाएगा. पहले चरण 1 में 7 सितंबर तक होगा. इसमें समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर तक पीली लाइन शुरू करने की योजना बनाई जा रही है. चरण 2 में 9 सितंबर को तीन और लाइनें शुरू की जाएगी. ब्लू लाइन, पिंक लाइन और गुड़गांव लाइन पर काम शुरू किया जाएगा. वहीं चरण 3 में 10 सितंबर को ऑपरेशन और उसके प्रभाव को देखने के बाद रेड लाइन (गाजियाबाद से रिठाला), बहादुरगढ़ लाइन और फरीदाबाद लाइन पर ऑपरेशन शुरू करने पर विचार किया जाएगा.

बता दें कि मेट्रो में सफर करने वाले हर एक व्यक्ति और स्टेशन और मेट्रो रेल स्टाफ को मास्क पहनना अनिवार्य होगा. सरकार द्वारा जारी निर्देशों में बताया गया है कि सिर्फ बिना लक्षण वाले मरीजों को ही मेट्रो में सफर करने की इजाजत होगी. सरकार की ओर से कहा गया है कि सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए सुचारू बोर्डिंग/ डीबोर्डिंग को सक्षम करने के लिए स्टेशनों पर पर्याप्त समय प्रदान किया जाना चाहिए. मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन भी उचित सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए कुछ स्टेशनों को छोड़ने का सहारा ले सकते हैं.

सरकार द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि एक से ज्यादा रूट वाले मेट्रो नेटवर्क को सात सितंबर से चरणबद्ध तरीके से ट्रेनों का संचालन शुरू कर देना चाहिए ताकि सभी लाइनें 12 सितंबर तक चालू हो जाएं. सरकार की ओर से कहा गया है कि रोजाना के फेरों के घंटे कुछ कम किये जा सकते हैं, जो कि धीरे-धीरे बढ़ाए जाएंगे और 12 सितंबर तक ये सामान्य हो जाएंगे. स्टेशन और ट्रेन में यात्रियों की संख्या को नियंत्रण में रखने के लिए ट्रेनों के फेरों को बढ़ाया जाएगा.