स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन भेजकर की विभाग के पे-रोल पर लेने की मांग पंचकुला 31 अगस्त 2020. स्वास्थ्य विभाग में सरकारी अस्पतालों में वर्षों से कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड्स व अन्य कच्चे कर्मचारियों के बिना शर्त सेवा विस्तार की मांग को लेकर सोमवार को प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रदर्शन करके सीएमओ पंचकूला के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन भेजा है। इन कर्मचारियों ने मांग की है कि ठेकेदार को बीच से हटाकर कर्मचारियों को सीधे विभाग के पे-रोल पर लिया जाए। स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन हरियाणा संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की जिला इकाई पंचकूला ने सोमवार को भोजनावकाश के दौरान सामान्य अस्पताल में रोष प्रदर्शन किया। इस रोष प्रदर्शन में सामान्य अस्पताल पंचकूला में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड्स व अन्य कच्चे कर्मचारियों ने हिस्सा लिया जिसकी अध्यक्षता यूनियन की जिला प्रधान रमा व सकसं के जिला संगठन सचिव श्रवण कुमार जांगड़ा ने की। बैठक को संबोधित करते हुए रमा व श्रवण कुमार जांगड़ा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में वर्षों से कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड्स के स्थान पर होमगार्ड लगाने का फैसला सरकार ने लिया था। इसके साथ ही अन्य कच्चे कर्मचारियों के स्थान पर भी 30 जून तक दोबारा टैंडर कर नए कर्मचारी लगाने का निर्णय भी सरकार ने लिया था। इसके विरोध में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पूरे हरियाणा में प्रदर्शन किए थे। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कर्मचारियों को तीन माह तक सेवा विस्तार दिया था जोकि 30 सितंबर तक है। अब ये समय सीमा समाप्त हो रही है। यूनियन ने 16 अगस्त को राज्य स्तरीय मीटिंग कर स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर सेवा विस्तार की मांग की थी। लेकिन विभाग ने इस पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की। इस ज्ञापन के माध्यम से हम स्वास्थ्य मंत्री से मांग करते हैं कि स्वास्थ्य विभाग में वर्षों से सेवा दे रहे सिक्योरिटी गार्ड्स सहित अन्य सभी कच्चे कर्मचारियों को भी बिना शर्त सेवा विस्तार दिया जाए। इसके साथ ही। हम यह भी मांग करते हैं कि ठेकेदार को बीच से हटाकर कर्मचारियों को सीधा ही विभाग के पे-रोल पर लिया जाए। इससे कर्मचारियों को तो शोषण से मुक्ति मिलेगी ही साथ ही साथ सरकारी खजाने में भी बचत होगी। यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो स्वास्थ्य विभाग के ठेका कर्मचारी इस आंदोलन को और तेज करते हुए सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। यूनियन के जिला सचिव सतीश कुमार व सकसं के जिला सचिव विजय पाल सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार वैसे तो कभी ताली-थाली बजवाकर, कभी फूल बरसाकर कोरोना योद्धाओं के सम्मान का ढोल पीट रही है वहीं दूसरी तरफ उन्हीं कोरोना योद्धाओं की छंटनी करके उनके पेट पर लात मार रही है। इस तरह की कार्रवाई बिल्कुल भी सहन नहीं की जाएगी और इसके विरोध में सभी कर्मचारी एकजुट होकर संघर्ष करेंगे। इस प्रदर्शन को वहीदा, जगत, जगदीश, सीटू नेता अमरनाथ वर्मा आदि कर्मचारी नेताओं ने भी संबोधित किया। मुख्य मांगें:- सिक्योरिटी गार्ड को हटाकर होमगार्ड लगाने के फैसले को तुरंत रद्द किया जाए। होमगार्ड को गृह विभाग में लगाया जाए। सभी ठेका कर्मचारियों का सेवा विस्तार बिना शर्त बढ़ाया जाए। ठेका बदलने पर किसी कर्मचारी को न हटाया जाए। हटाए गए कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर लिया जाए। ठेकेदारी प्रथा खत्म कर कर्मचारियों को विभाग के पे-रोल पर लिया जाए। सभी ठेका कर्मचारियों को हर महीने की 7 तारीख तक वेतन का भुगतान किया जाए। न्यूनतम वेतन की गारंटी दी जाए। ईपीएफ की राशि समय पर जमा करवाई जाए। जमा राशि का विवरण कर्मचारी को दिया जाए। ईएसआई की सुविधा प्रदान की जाए। प्रिंसिपल इम्पलाॅयर ठेकेदार से श्रम कानूनों की पालना सुनिश्चित करवाए। Post navigation कोविड मरीजों को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के बंदोबस्तों पर सवाल सितंबर में डॉ. अजय चौटाला व दुष्यंत चौटाला उतरेंगे फील्ड में