भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

कल जब विधायकों के कोरोना टैस्ट हुए तो विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा और दो अन्य विधायक कोरोना पीडि़त पाए गए। जिसमें यह चर्चा अवश्य चली कि कहीं वे आइसीएमआर और स्वास्थ विभाग के नियमों का पालन न करने की वजह से तो कोरोना से ग्रसित नहीं हुए? क्योंकि विशेष बात यह है कि वे सभी भाजपा के निकले।

इसी चर्चा में आज जीएमडीए (गुरुग्राम मैट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी) का जिक्र है। जीएमडीए में 45 के आसपास कांट्रैक्ट अधिकारी हैं, जोकि रिटायरमेंट के बाद एक्सटेंशन पर लगे हुए हैं। ऐसी अवस्था में यह तो तय है कि उनमें अधिकांश की आयु 60 के पार ही है और स्वास्थ विभाग व आइसीएमआर के निर्देश हैं कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग घर में ही रहें। यदि बहुत आवश्यक हो तो ही बाहर निकलें लेकिन वे सभी स्वयं कोरोना काल में अपनी नौकरी कर रहे हैं। क्या यह आइसीएमआर और स्वास्थ विभाग के नियमों का उल्लंघन नहीं?

जीएमडीए के बारे में आपको बता दें कि वर्तमान में जो वी.एस. कुंडू हैं, जोकि गुरुग्राम के कोविड-19 नोडल ऑफिसर हैं और उससे आगे बात सुनिए कि जीएमडीए चेयरमैन माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल हैं। तात्पर्य यह है कि यह नहीं कह सकते कि किसी लापरवाही में यह गलती हो रही है या इसकी जानकारी शासन-प्रशासन को नहीं है। यह केवल एक उदाहरण है प्रशासन की कोविड-19 के प्रति गंभीरता का।

जिस प्रकार कल विधायकों की जांच हुई और विधायक कोरोना पीडि़त मिले, उस पर हमने जीएमडीए के कुछ लोगों से पूछा कि जीएमडीए के कर्मचारियों की भी कभी कोरोना जांच हुई है तो वहां से उत्तर मिला कि जांच तो कभी नहीं हुई लेकिन रोज शाम को छुट्टी के बाद कर्मचारी सारे कार्यालय को अच्छी तरह सेनेटाइज करते हैं।

इससे बड़े सवाल उठते हैं। पहला तो यह कि इतना समय हो गया है जीएमडीए को बने हुए। यहां अनुबंध पर सीनियर ऑफिसर क्यों रखे हुए हैं। लेकिन यदि उनकी जगह यहां अन्य युवा कार्यरत ऑफिसर रखे जाएं तो युवा की कार्य क्षमता भी अधिक होती है और वेतन भी उनसे कम होगा।
दूसरा सवाल यह उठता है कि जब 22 मार्च को लॉकडाउन-1 लगा था तब उसके बाद से भी उन्हें घर रहने को क्यों नहीं कहा गया? जबकि कोविड के नियमों का पालन करने की जिम्मेदारी इसी विभाग के सीइओ वी.एस. कुंडु के पास है।

उपरोक्त स्थितियां अपने आपमें कह देती हैं कि गुरुग्राम में शासन और प्रशासन कितना स्वास्थ विभाग और आइएसएमआर के नियमों का पालन कर रहा है?

error: Content is protected !!