26 अगस्त पंचकूला/चंडीगढ़ : सुरेखा,राज्य महासचिव,आशा वर्कर्स यूनियन, हरियाणा ने बताया आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा का 26 अगस्त को विधानसभा कूच का कार्यक्रम है। आशा वर्कर्स 12 बजे पंचकूला यमनिका पार्क में इकट्ठा होंगी। वहां सभा करके 1 से 1:30 बजे के बीच विधान सभा की और कूच किया जाएगा। आप जानते है की हरियाणा की 20 हजार आशा वर्कर्स 7 अगस्त से हड़ताल पर है। वे अपने लिये बेहतर सुरक्षा उपकरणो की मांग, कोविड मे ड्यूटी करते समय आ रही समस्याओ के समाधान, काटी गई प्रोत्शाहन राशियो को वापस लागू करने, कोविड की प्रोत्सहन राशी का हरियाणा का शेयर देने एवं न्यूनतम वेतन की मांग को लेकर आंदोलन में हैं। अभी तक सरकार ने इस बारे हमसे कोई गम्भीर वार्ता नही की है। आधिकारियों से वार्ता हुई है जिसमे कोई ठोस आश्वासन नही मिला है। इसीलिए 26 अगस्त को हमारा विधानसभा कूच है। फरीदाबाद में कई दिनों से हड़ताल पर बैठी आशा वर्करों ने सेक्टर-12 लघु सचिवालय पर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके प्रदर्शन में पीटीआई टीचर और सफाई कर्मचारी भी शामिल रहे। 19 दिन से ये सभी आशा वर्कर लगातार धरना प्रदर्शन पर बैठी हुई है। आशा वर्करों ने कहा कि उन्होंने विधानसभा घेराव की बात कही थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री समेत कई विधायक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जिसका वो बहाना बना रहे है,। आशा वर्करों के मुताबिक सरकार दबाव में है लेकिन उनकी सुनने के लिए तैयार नहीं है। दरअसल, ये सभी आशा वर्कर पिछले 7 अगस्त से अपनी मांगों को लेकर लगातार हड़ताल कर सरकार से गुहार लगा रही हैं। आशा वर्कर्स की मांग हैं कि उन्हें हेल्थ वर्कर का दर्जा देकर परमानेंट कर्मचारी नियुक्त किया जाए और जब उन्हें स्थाई कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक न्यूनतम वेतन 24000 किया जाएं। आशा वर्कर्स की मांग है कि कोविड-19 की ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने पर अस्पताल मैं फ्री इलाज मुहैया कराया जा । आशा वर्कर के मुताबिक एक तरफ जहां सरकार डॉक्टर को डबल सैलरी दे रही है, वहीं उन्हें मात्र 4000 में ड्यूटी के बोझ के तले दबा दिया गया है। उनकी मांग है कि सरकार को उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करना चाहिए । Post navigation रिकॉर्ड रूम में लगी आग, नगर निगम में घोटालों की जांच हो सकती है प्रभावित विधानसभा में पूछा सवाल तो नौ माह बाद जेई बर्खास्त