कांग्रेस नेता सुधीर चौधरी आशा वर्कर्स की मांगों के समर्थन में पहुंचे.
पटौदी नागरिक अस्पताल परिसर में 18वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी.
हरियाणा सरकार जल्द से जल्द आशा वर्कर्स की मांगो को पूरी करें

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।   पटौदी सहित प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर चल रहे आशा वर्कर्स के धरना प्रदर्शन और उनकी मांगों के समर्थन में अब कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल और उनके नेता भी सरकार पर दबाव बनाने के लिए पहुंचने लगे हैं । पटौदी के नागरिक अस्पताल परिसर में आशा वर्कर के 18 दिन जारी धरना विरोध प्रदर्शन के मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य पटौदी से चुनाव लड़ने वाले कांग्रेसी नेता सुधीर चैधरी पहुंचे और कांग्रेस पार्टी सहित अपना आंदोलनरत आशा वर्कर्स को समर्थन देने की घोषणा की।

सुधीर चैधरी ने इस मौके पर कहा कि आशा वर्कर्स को केवल मात्र 4000 का मासिक भुगतान किया जाना पूरी तरह से कोरोना जो योद्धाओं का आर्थिक शोषण किया जाना है । उन्होंने कहा कि करोना काल के दौरान सही मायने में जो काम आशा वर्कर्स के द्वारा किया गया वह सही मायने में कोरोना को नियंत्रण करने में सबसे अधिक सार्थक साबित हो रहा है । कांग्रेसी नेता सुधीर चैधरी ने हैरानी जाहिर की कि आशा वर्कर्स को कोरोना काल के दौरान किए गए कार्य के केंद्र सरकार के द्वारा जो 1000 बतौर प्रोत्साहन राशि दी गई , उसमें भी राज्य सरकार ने आधे पैसे काट लिए । इससे अधिक आशा वर्कर्स का आर्थिक शोषण और क्या हो सकता है । उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग करते हुए कहा कि आशा वर्कर को राज्य सरकार के द्वारा जो न्यूनतम वेतन मान भुगतान लागू किया गया है , वही भुगतान किया जाना चाहिए। हरियाणा सरकार ने जो न्यूनतम वेतनमान लागू किया है, वह 8 घंटे के काम के बदले का भुगतान है। जबकि आशा वर्कर के द्वारा 24 घंटे सरकार और स्वास्थ्य विभाग काम ले रहा है । आज महंगाई के दौर में महज 4000 में कैसे और क्या गुजारा हो सकता है ? यह भी सरकार और स्वास्थ्य विभाग को सोचना चाहिए ।

उन्होंने कहा कि जब कोरोना योद्धा आशा वर्कर 24 घंटे काम कर रही है और राज्य सरकार के द्वारा लगभग साढ़े आठ हजार न्यूनतम प्रतिमाह वेतनमान तय किया गया है, तो उसी अनुपात में आशा वर्कर्स को भी 24 घंटे काम करने का भुगतान दिया जाना चाहिए । उन्होंने आंदोलनरत आशा वर्कर्स की मांगों को पूरी तरह से जायज ठहराते हुए कहा कि आशा वर्कर्स को ईएसआई और पीएफ की भी राज्य सरकार के द्वारा सुविधा उपलब्ध करवाई जानी चाहिए । उन्होंने सवाल किया कि यदि करोना काल के दौरान आशा वर्कर्स काम नहीं करती, घर-घर, गली-गली, गांव-गांव जाकर सर्वे नहीं करती, करोना प्रभावित इलाकों में नहीं जाती तो यह सोचकर ही सांस फूल जाती हैं आज करोना का प्रकोप और अधिक कितना हो सकता था।

इससे पहले आशा वर्कर्स के द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए सरकार विरोधी नारे भी लगाए । वही आशा वर्कर्स में अपनी पूर्व की घोषणा को दोहराते हुए कहा कि 26 अगस्त को पटौदी के चैराहे पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर का पुतला हुक्का जाएगा। इसी मौके पर आशा वर्कर्स ने पटौदी के नागरिक अस्पताल परिसर में अपना विरोध प्रदर्शन आरंभ कर दिया और नारेबाजी करती हुई अस्पताल परिसर से बाहर मुख्य सड़क मार्ग पर पहुंचकर भी सरकार के खिलाफ और अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाए।

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