सोमवार को राज्यपाल के नाम बसपा सौंपेगी ज्ञापन. आरोप कर्मचारी विरोधी साबित हो रही खट्टर सरकार. बसपा ने आशा वर्कर्स की सभी मांगों का किया समर्थन फतह सिंह उजाला पटौदी । बीते एक पखवाड़े से अपनी मांगों को मनवाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रही आशा वर्कर्स के आंदोलन को उस समय और अधिक बल मिल गया, जब बसपा ने अपना समर्थन आशा वर्कर्स के आंदोलन को दे दिया । शनिवार को पटौदी के नागरिक अस्पताल में धरना प्रदर्शन कर रही आशा वर्कर्स के बीच पहुंचकर बसपा के पटौदी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले सुनील कटारिया ,पटौदी विधानसभा महासचिव मोहित कुमार, पूर्व जॉन प्रभारी गुरुग्राम सुमित मिर्जापुर, बसपा पटौदी अध्यक्ष अमित मेहरा, नितेश यादव, मोहित कुमार, नितिन सोलंकी ने आशा वर्कर्स के बीच पहुंचकर बसपा की तरफ से आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की । इसी मौके पर बसपा नेता सुनील कटारिया ने आशा वर्कर्स को संबोधित करते हुए उनकी सभी मांगों को जायज और हकों की बात बताया । उन्होंने कहा कि सरकार को आशा वर्कर्स का मान सम्मान करते हुए जोकि महिला शक्ति हैं, उनका वेतनमान कम से कम 30000 प्रति माह दिया जाना चाहिए । उन्होंने हैरानी जाहिर की कि हरियाणा की भाजपा सरकार आशा वर्कर का ही नहीं बल्कि महिलाओं का भी एक प्रकार से आर्थिक शोषण कर रही है। उन्होंने कहा आशा वर्कर्स के ऊपर कोरोना काल के साथ-साथ काम का इतना अधिक बोझ है कि सभी आशा वर्कर अपने व्यक्तिगत कार्य को छोड़कर भी 24 घंटे अपनी सेवाएं समाज के साथ-साथ सरकार के हित में उपलब्ध करवा रही है । इसका सबसे बड़ा उदाहरण करोना कोविड-19 महामारी का दौर है । इस दौर में भी तमाम महिला आशा वर्कर नाम मात्र के सुरक्षा किट, उपकरण, संसाधन दिए जाने के बावजूद अपनी जान पर खेलते हुए घर घर पहुंची ,सर्वे किया और सरकार के लिए जरूरी आंकड़े भी एकत्रित किए। जिससे कि आज हरियाणा की भाजपा सरकार कोरोना से किसी हद तक निपटने में सक्षम साबित हो सकी है । उन्होंने कहा कि बसपा पार्टी सोमवार को पटौदी के एसडीएम को हरियाणा के राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौपेंगी। इस ज्ञापन में बसपा के द्वारा आशा वर्कर्स के हित के साथ-साथ उनके हक हकूक सहित सरकारी नियमों के मुताबिक मिलने वाली तमाम सुविधाओं और न्यूनतम वेतन को दिए जाने की मांग की जाएगी । बसपा नेता कटारिया ने धरना पर बैठी आशा वर्कर को आश्वासन दिलाया कि पटौदी ही नहीं संपूर्ण हरियाणा में बसपा पार्टी जहां-जहां भी आशा वर्कर अपना धरना प्रदर्शन कर रही हैं वहां पहुंचकर उनका धरना प्रदर्शन के साथ-साथ मांगों के लिए किए जा रहे संघर्ष में मनोबल बढ़ाने के लिए मौजूद रहेगी। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार आशा वर्कर्स की मांगे नहीं मान लेती ,बसपा पार्टी आशा वर्कर्स के संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर उनके आंदोलन को और भी अधिक मजबूती प्रदान करने के लिए दृढ़ संकल्प है। Post navigation पानी में डूबी धान और धान में अटकी किसान की जान फार्मर ट्रेड एंड कॉमर्स एसेंशियल कमोडिटीज एक्ट व कांट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट का विरोध