गुरुग्राम नगर की प्रत्येक कॉलोनी सेक्टर हों याँ गलियां और बाज़ार सभी जलमग्न हो गए एक ही बारिश में !

स्थानीय विधायक के दावों की पोल खुलने के साथ सभी पार्षदों व मेयर टीम और निगम कमिश्नर के दावों की भी पोल खुल गई है जिन्होंने वर्षाकाल के दौरान नालों की सफाई के लिए पास हुए टेंडरों के तहत हुए कार्यों की बगैर देख-रेख किए ही ठेकेदारों के द्वारा किए गए कार्यों को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी – मेयर टीम ने भी जाँच करने की जरूरत नहीं समझी जिसकारण यह जलभराव हुआ और पूरा शहर पानी में डूब गया !

विधायक सुधीर सिंगला भी अपनी जिम्मेदारियों पर खरे नहीं उतरे – एक तरफ बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए पूरे शहर में सभी सड़के सेक्टर, कॉलोनियाँ ,सभी स्कूल क्या पार्क और बाजार जलमग्न हो गए – और तो और देश की प्रमुख सप्लाई लाइन उसके लिए बनें अंडरपास के पानी में डूब जाने से न केवल बाधित हुई बल्कि ठप पड़ गई !

वहीँ दूसरी ओर निगम के पैसों से अधिकारियों को आदेश देकर अपने निवास पर हार्वेस्टिंग सिस्टम को स्थापित करा वहाँ पानी की बूंद भी नहीं ठहरने की व्यवस्था करने वाले तथा खुद की सहूलियतों को बल देने वाले विधायक की शहर के सभी नालों की सफाई का जायजा लेना जिम्मेवारी नहीं बनती थी ?

गुरुग्राम नगर निगम के सिर्ष अधिकारियों की क्या कहें जब निगम की बागडोर संभालने वाले कमिश्नर साहब के ही दावों की हवा निकल गई है तो – जिसमे उन्होंने दावा किया था कि जलभराव की समस्या की पुनरावृत्ति उनके कार्यकाल में नहीं होगी लेकिन शायद कहीं न कहीं शहर के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं की ओर से उन्होंने भी आंखें मूंद ली हैं – अब उन्हें ही क्या कहें जब जनप्रतिनिधियों ने ही बगैर मौका मुआयना किए ठेकेदारों की पीठ थपथपाने का जिम्मा ले रखा है तो ।

लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के उम्मीदवार रहे तरविंदर सैनी (माईकल ) का कहना है कि जरा भी नैतिकता शेष है तो अपने गैरजिम्मेदाराना रवैये के लिए गुरुग्राम की जनता से अपनी अयोग्यता के लिए क्षमा मांगते हुए विधायक सुधीर सिंगला को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए ।

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