11 हजार से ज्यादा प्लास्टिक की नकली पाईपें और पैकिंग का भारी समान मिला, मालिक फरार बरनाला, अखिलेश बंसल/करन अवतार।बरनाला में लंबे समय से तैयार हो रहे नकली पाईप इंडस्ट्री पर उत्तरप्रदेश की ब्रांडेड कंपनी ने दिल्ली के स्थानीय कमिश्नर और अपने वकीलों समेत छापेमारी की है। जहां से कंपनी के नाम लिखित 11 हजार से अधिक प्लास्टिक के नकली पाईप और संबंधित पैकिंग का समान मिला है। ग़ौरतलब हो कि मामले की पूरी जानकारी देने से बरनाला पुलिस ने इनकार कर दिया है और फ़ैक्टरी के मालिक ने भी फोन बंद कर लिए हैं। यह बताया मामला :-उत्तरप्रदेश की ब्रांडेड पाईप कंपनी के प्रवक्ताओं मैडम सनिगधा सिंह और आदित्या गोस्वामी का कहना है कि कंपनी को सूचना मिली थी कि पंजाब प्रदेश के बरनाला जिला के अंदर उन्ही की कंपनी के पाईप कंपनी की कीमत से भी सस्ते मिल रहे हैं। जिसकी पुष्टि कंपनी के अपने ब्रांड प्रोटेक्शन पार्टनर इंस्टाकुऐस्ट ( instaquest ) की सहायता के साथ हुई। कंपनी की ओर से गई शिकायत के आधार पर दिल्ली के लोकल कमिश्नर वरुण शर्मा बरनाला पहुंचे थे जिन्होंने घटनास्थल पर चल रही फ़ैक्टरी पर छापामारी की। जिसके दौरान यह भी पता लगा वहां उनकी कंपनी के पाइपों की मैनुफेक्चरिंग गैर कानूनी ढंग से लंबे समय से जा रही है। घटनास्थल से मौके पर कंपनी के 11165 प्लास्टिक के नकली पाईप और पैकिंग करने वाला सामान बड़ी मात्रा में मिला है। जिसकी बाजारी कीमत 15 से 20 लाख रुपए होने का दावा किया गया है। प्रवक्ताओं ने बताया कि दोषियों की ओर से तैयार की जा रही पाईपों पर कंपनी का नाम जरूर लिखा गया परन्तु उनसे कंपनी का होलोगराम और कंप्यूट्राईज्ड चिन्ह नहीं लगाया जा सका, जिससे मामले का पर्दाफ़ाश हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि छापामारी के दौरान मौके पर सिर्फ उनकी कंपनी के ही नहीं बल्कि कई अन्य नामी कंपनियों प्रिंस, आर्शीवाद, किसान, सुप्रीम जैसी कंपनियों के भी नकली पाइप पड़े मिले हैं। दिल्ली हाईकोर्ट में होगी सुनवाई –बरनाला में पहुंचे दिल्ली के लोकल कमिश्नर की तरफ से विवरण एकत्रित कर संबंधित रिपोर्ट दिल्ली की माननीय उच्च-न्यायालय को दे दिए हैं और सभी सामान की सपुर्ददारी के अंतर्गत छोड़ दिया गया है। जिसका फैसला दिल्ली की माननीय उच्च-न्यायालय की ओर से होगा। Post navigation 24 अगस्त को विधानसभा प्रांगण में कोरोना जांच शिविर सुशांत की जांच सीबीआई के हवाले