कोरोना संक्रमण के बीच हरियाणा विधानसभा के होने वाले मॉनसून सत्र को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग से सीटिंग व्यवस्था के लिए बाकायदा आर्किटेक्ट से सिटिंग प्लान बनवाया गया है। जिसके तहत 44 विधायकों के बैठने की व्यवस्था वीआईपी और दर्शक दीर्घा में की गई है। जबकि 45 स्थाई जगह बैठेंगे।

पहले मुख्यमंत्री के अलावा सभी बेंचों पर दो-दो मंत्री और दो-दो विधायकों के बैठने की व्यवस्था है। लेकिन मॉनसून सत्र में एक बेंच पर एक मंत्री या एक एमएलए की सीटिंग व्यवस्था की गई है। विधानसभा में सीटिंग प्लान को लेकर कुर्सियां भी बदली जा रही हैं। सीटिंग प्लान के लिए विधानसभा सचिवालय की ओर से पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा गया था। अब यह प्लान लगभग फाइनल हो चुका है। संक्रमण की वजह से वीआईपी और आम लोगों को यह सत्र देखने का मौका नहीं मिलेगा।

अफसरों और मीडिया कर्मियों को भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया जाएगा। वीआईपी और दर्शक दीर्घा में बैठने वाले विधायकों के लिए माइक की व्यवस्था नहीं होगी,जो बेंचों पर है। ऐसे में इन कुर्सियों पर बैठने वाले विधायकों को कॉर्डलेस फोन दिए जाएंगे। वहां पर कुछ कर्मचारी भी खड़े किए जाने पर विचार चल रहा है। ताकि विधायकों को कॉर्डलेस फोन इधर-उधर पकड़ा सके। ये 45 विधायक कॉर्डलेस फोन से ही जहां सवाल पूछेंगे, वहीं इन्हीं के जरिए अपने मुद्दे उठाएंगे।

उधर, हरियाणा विधानसभा का मॉनसून सत्र तीन दिन का हो सकता है। 29 अगस्त को शनिवार और 30 अगस्त को रविवार है। ऐसे में सत्र 25- 26 अगस्त या फिर 31 अगस्त से शुरू हो सकता है, क्योंकि तीन सितंबर से पहले सत्र बुलाया जाना जरूरी है। पिछला 4 मार्च को खत्म हुआ था। ऐसे में 6 महीने में दूसरा सत्र बुलाना अनिवार्य है। हालांकि सत्र कब शुरू होगा, इसे लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल कैबिनेट की मीटिंग बुलाकर निर्णय लेंगे। सत्र कितने दिन चलेगा, इसका आखिरी फैसला विधानसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी करेगी।

वहीं विधानसभा में विधायकों के अभी 181 सवाल पहुंचे हैं। इनमें 168 तारंकित और 13 अतारांकित प्रश्न शामिल है। हालांकि विधानसभा सत्र शुरू होने से 15 दिन पहले तक आने वाले सवालों को ही शामिल किया जाएगा। सवाल का चयन इस बार भी ड्राॅ के जरिए ही किया जाएगा।

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