किसान अपने अस्तित्व को बचाने के लिए ट्रेक्टरों के साथ हड़ताल पर उतरे

काले झंडे के साथ सरकार का किया किसानों व आढ़तियों ने विरोध, दिया ज्ञापन

भिवानी/मुकेश वत्स

 किसानों की समस्याओं व मांगों के बारे में आज सोमवार को किसानों व आढ़तियों ने भिवानी शहर के अनेक चौक चौराहों से अपने ट्रैक्टरों पर काले झंडे लगाकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और सरकार द्वारा लागू किया गया नया अध्यादेश उसके खिलाफ नारेबाजी की।

किसानों व आढ़तियों ने कहा कि जो नया अध्यादेश से जारी किया है, वह गलत है। नया अध्यादेश के मुताबिक किसानों को बड़ा नुकसान होगा। कहा कि इस कानून के लागू होने से किसानों की फसलें न तो खरीदी जाएंगी और न ही उन्हें फसल का समर्थन मूल्य मिलेगा। भारतीय किसान यूनियन के युवा जिला अध्यक्ष राकेश आर्य निमड़ीवाली व व्यापारी नेता रामनिवास ने कहा कि सरकार द्वारा लागू किए गए अध्यादेशों के खिलाफ आढ़तीयों व किसानों द्वारा संयुक्त रूप से सोमवार को हड़ताल की गई है और शहर में ट्रक्टरों पर काले झंडे लगाकर नए अध्यादेश का विरोध किया गया है। शहर में प्रदर्शन के बाद किसानों व आढ़तियों ने उपायुक्त को माध्यम से हरियाणा सरकार को मांग पत्र सौंपा गया है।

उन्होने कहा कि सरकार ने एसंसल कमोडिटी एक्ट 1955 में बदलाव करके आलू, प्याज, दलहन, तिलहन आदि भण्डारण पर लगी रोक को हटा लिया है। इसे किसानों को नहीं बल्कि बड़ी कंपनियों को ही फायदा होगा। देश में 80 फीसदी लघु किसान हैं जो अपने उत्पादन का भण्डारण लंबे समय तक नहीं कर सकते। सरकार कान्ट्रेक्ट खेती को बढ़ावा दे रही है। इस के चलते किसान अपनी ही जमीन पर कंपनियों के मजदूर बन जाएंगे और किसानो का अपना वजूद खत्म हो जाएगा।

उन्होंने सरकार से तीनों कृषि विरोधी अध्यादेशों को तुरंत वापिस लेने तथा डीजल की कीमतों को घटाने की सरकार से मांग की है। युनियन के युवा जिला अध्यक्ष राकेश आर्य निमड़ीवाली ने बताया कि यह प्रदर्शन पंजाब व हरियाणा प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ किया गया है।

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