– गला दबाकर मारकर गाड़ी भी चढ़ाई, मोबाइल डिटेल ने खोला राज
– दो दिन का पुलिस रिमांड मिला, कोरोना टेस्ट भी कराया
– विकास पर नाजायज परेशान करने का आरोप

अशोक कुमार कौशिक

 नारनौल। बीएससी के छात्र विकास की हत्या के आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया गया। जहां आरोपियों को दो दिन के रिमांड पर भेजा गया है। आरोपियों ने रिमांड के दौरान बताया कि हत्या से पहले विकास को खूब शराब पिलाई गई थी। इसके बाद गला दबाकर उसकी हत्या की। बाद में उस पर गाड़ी भी चढ़ाई गई।

सैनीपुरा निवासी विकास की हत्या के आरोपी विकास के पिता ईश्वर सिंह, ताऊ अनिल, मोहित, आशुतोष को बुधवार को एसडीजेएम हिमांशु सिंह की अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने कहा कि आरोपियों से हत्या के कारणों के बारे में पूछताछ की जानी है। हत्या में उपयोग किए गए हथियारों को भी बरामद करना है। जिसके लिए आरोपियों को रिमांड पर भेजा जाए। जज ने चारों आरोपियों को दो दिन के रिमांड पर भेज दिया।

पुुलिस ने आरोपियों का कोरोना टेस्ट भी कराया है। जांच अधिकारी सिटी चौकी इंचार्ज रविंद्र ने बताया कि पारिवारिक कारणों के चलते पिता तथा ताऊ ने साजिश कर यह हत्या कराई थी। जिसमें पिता ईश्वर तथा ताऊ अनिल ने साजिश रची। इन दोनों ने मोहित व आशुतोष को 4 लाख रुपये की फिरौती दी थी। जिसमें ढाई लाख रुपये पहले दिए। इसके बाद मर्डर वाले दिन 1 लाख 30 रुपये दिए। 

आरोपियों को हत्या के लिए कुल 3.80 लाख रुपये दिए जा चुके थे। पुलिस ने बताया कि आशुतोष व मोहित ने फोन कर विकास को बुलाया था। इसके बाद इन सभी ने मिलकर दारू का सेवन किया। विकास के अत्यधिक नशे में हो जाने के बाद आरोपियों ने उसका गला दबाया। इसके बाद आरोपियों ने उस पर ऑल्टो गाड़ी चढ़ा दी। जिस कारण उसके चेहरे पर चोट के निशान आए।
-हत्या के समय ताऊ मौके पर था

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिस समय विकास की हत्या की गई उस समय पिता ईश्वर मौके पर मौजूद नहीं था। विकास का ताऊ अनिल मौके पर था। अनिल ने ही हत्या के लिए आशुतोष व मोहित को तैयार किया था। यह दोनों अनिल के साथ ही रेहड़ी लगाते थे। विकास के पिता ईश्वर सब्जी मंडी में रेहड़ी लगाते हैं।

-यह है मामला

7 जुलाई की सुबह डंपिंग स्टेशन के पास सैनीपुरा निवासी विकास सैनी का शव बरामद हुआ था। चेहरे पर चोट के निशान थे। एक कान भी कटा हुआ मिला था। सैनीपुरा के लोगों ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी होने तक शव लेने से इनकार कर दिया था। सैनीपुरा के लोग करीब छह घंटे तक अस्पताल में बैठे रहे। डीएसपी ने तीन दिन में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन दिन का समय मांगा था। महज 12 घंटे के भीतर पुलिस ने हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए पिता, ताऊ सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। मृतक विकास के मोबाइल की कॉल डिटेल से यह पूरी साजिश का खुलासा हुआ।

चारों आरोपियों को रिमांड पर लिया गया है। आरोपियों से हत्या के कारणों के बारे में पूछताछ की जाएगी। हत्या के लिए दिया गया पैसा और गाड़ी भी बरामद कराया जाना है। हत्या में कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं। इस बारे में भी आरोपियों से पूछताछ की जाएगी।- रविंद्र, जांच अधिकारी, सिटी चौकी महेंद्रगढ़

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