गुरूग्राम, 3 जुलाई। गुरूग्राम के उपायुक्त अमित खत्री ने कहा कि एनसीआर क्षेत्र में पड़ने वाले प्रदेश के सभी जिलों में सबसे ज्यादा टेस्टिंग गुरूग्राम में की जा रही है। जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए टेस्टिंग का सघन अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने सभी गुरूग्रामवासियों से अपील की है कि जिन व्यक्तियों को कोरोना का टैस्ट करवाने की आवश्यकता है वे अपना टैस्ट अवश्य करवाएं और रैपिड एंटीजन टैस्ट निःशुल्क किया जा रहा है। रोजाना जिला में 2 हजार से अधिक लोगों की टेस्टिंग हो रही है। वे आज स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद् हाॅल परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस सम्मेलन में गुरूग्राम के मंडलायुक्त अशोक सांगवान, निगमायुक्त विनय प्रताप सिंह , पुलिस उपायुक्त मुख्यालय नितिका भी उपस्थित थे। श्री खत्री ने बताया कि वर्तमान में जिला गुरूग्राम में कोरोना संक्रमित एक्टिव मरीजों की संख्या 1183 है जिनमें से 755 मरीज अपने घरों में आइसोलेशन में रह रहे हैं। इन मरीजों से जिला प्रशासन रोजाना जूम एप के माध्यम से संपर्क कर उनकी समस्याओं का समाधान कर रहा है। इन मरीजों की समस्याओं का समाधान करने के लिए डाॅक्टरों व विशेषज्ञों की टीमें गठित की गई हैं ताकि उनकी होम आइसोलेशन के दौरान आ रही परेशानियों का तत्परता से निवारण किया जा सके। इतना ही नही, जिला प्रशासन के हैल्पलाइन नंबर -1950 के माध्यम से भी मरीजों की अन्य मूलभूत व मैडिकल सुविधाओं संबंधी समस्याओं का भी निवारण किया जा रहा है। यह हैल्पलाइन 24 घंटे संचालित की जा रही है। किसी को भी कोरोना के बारे में कुछ भी पूछना हो तो इस नंबर पर डायल करें। इस हैल्पलाइन पर एक लाख से अधिक काॅल आ चुकी हैं। एक सवाल के जवाब में उपायुक्त श्री खत्री ने बताया कि पिछले कुछ दिनो में कोरोना के एक्टिव केसों में गिरावट दर्ज की गई है। पहले जहां 2300 एक्टिव केस थे , वह अब घटकर 1183 रह गए हैं।फिर भी जिला प्रशासन कोरोना को लेकर सजग है और सतर्कता से इसके नियंत्रण के उपाय किए जा रहे हैं। आयुष विभाग के माध्यम से हाईरिस्क एरिया में वितरित की जा रही इम्युनिटी बूस्टर दवा का उल्लेख करते हुए श्री खत्री ने बताया कि अब तक विभाग द्वारा लगभग सवा लाख इम्युनिटी बूस्टर किट वितरित की जा चुकी हैं। एक किट में गुडुची घनवटी की गोलियां, काढ़ा, आर्सेनिक एल्बम-30 होम्योपैथिक दवाई,अणु तेल आदि होता है। गुरूग्राम में कोरोना प्रबंधन के लिए प्रशासन द्वारा किए गए इंतजामों का विस्तार से उल्लेख करते हुए उपायुक्त ने बताया कि यहां अस्पतालों में कुल 4708 बैड उपलब्ध हैं जिनमें से आईसीयू में 679 तथा वैंटिलेटर युक्त बैडों की संख्या 327 है । इनमें से कोविड मरीजों के लिए 1486 बैड निर्धारित किए गए हैं। इसी प्रकार, आईसीयू के 192 तथा वैंटिलेटर युक्त 92 बैड निर्धारित हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 375 बैड , आईसीयू के 102 तथा वैंटिलेटर युक्त 38 बैड कोविड मरीजों से भरे हैं। साथ ही उपायुक्त ने सभी जिलावासियों को आश्वस्त किया है कि गुरूग्राम जिला में कोविड के लिए मैडिकल सुविधाओं की कोई कमी नहीं है, इसलिए किसी को घबराने की आवश्यकता नही बल्कि बिमारी की रोकथाम के लिए सतर्कता बरतें और कोविड प्रोटोकाॅल अर्थात् फेसमास्क जरूर पहने व एक दूसरे के बीच 2 गज की दूरी बनाए रखें। श्री खत्री ने बताया कि गुरूग्राम में कोविड संघर्ष में सिविल सोसायटी तथा कारपोरेट कंपनियों ने प्रशासन का बहुत सहयोग किया है। पहले जहां माइग्रेंट लोगों को राहत पहंुचाने , उन्हे खाना उपलब्ध करवाने, उनके घरों को भिजवाने आदि में सहयोग दिया गया , वहीं अब उन संस्थाओं द्वारा कोरोना संक्रमितों को दवा पहंुचाने, उन्हें मैडिकल सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ साथ फोन काॅल करके उनकी कुशलक्षेम पूछने आदि में सहयोग दिया जा रहा है। गुरूग्राम में 1800 से ज्यादा वालंटियर रजिस्टर्ड हैं। Post navigation स्नैलडील ने बुजुर्ग से की ठगी, पेमेंट लेकर नहीं भेजा सामान गुरूग्राम में बिना फेस मास्क पाए गए 6 हजार लोगों के चालान पुलिस द्वारा किए गए