विद्रोही ने कहा मोदी-संघी राज ने विगत 6 सालों में देश में एक नई नापाक राजनीतिक संस्कृति तैयार की है1 जिसका मूल मंत्र है धड़ाधड़-धड़ाधड़ झूठ पर झूठ बोलो, बार-बार झूठ बोलो, झूठ को सत्ता दुरुपयोग से अधिकतम फैलाओ और सच को दबाओ1 आम जनों को लूटकर जुमलो, भावनात्मक नारों, राष्ट्रवाद की चासनी और धार्मिक उन्माद फैलाकर लोगों का भावनात्मक शोषण करके अपनी असफलताओं को छुपाओ और खुद मौज उड़ाओ1 22 जून 2020 . स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने विगत 15 दिनों में मोदी-भाजपा-संघी सरकार द्वारा डीजल के भाव में 8.88 रुपए व पेट्रोल भाव में 7.97 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने पर संघीयो-संघी भक्तों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा लोगों की जेब सत्ता दुरुपयोग से काटते रहो और संघी भाइयों लोगों को लूटकर खुद सत्ता बल पर यूं ही मौज उड़ाते रहो1 विद्रोही ने कहा विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम गिर रहे हैं और भारत में विगत 15 दिनों में ही पेट्रोल के भाव में 11.18 प्रतिशत व डीजल के भाव में 12.80 प्रतिशत की बढ़ोतरी करके मोदी-भाजपा सरकार खुले आम लोगों की जेबों पर डाका डालकर उन्हें लूट रही है1 कोराना संकट ने आमजनों की आर्थिक कमर तोड़ दी और रही सही कसर मोदी-भाजपा-संघी सरकार पेट्रोल, डीजल भाव में अंधाधुंध बढ़ोतरी करके तोड़ रही है1 विद्रोही ने कहा जो व्यक्ति संघी सरकार के फर्जी आंकड़ों, फर्जी दावो-वादो, अफवाहों, षडय़ंत्रों की पोल खोले उसे देशद्रोही बताकर उसके खिलाफ देशद्रोह सहित विभिन्न आपराधिक धाराओं में केस दर्ज करके डराओ और यदि फिर भी न डरे, घबराए तो फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल में डाल दो1 विपक्ष की राज्य सरकारों को गिराने विधायको को अपने कालेधन से खरीदकर गिराओ1 सत्ता दुरुपयोग से बिना जनादेश के भी राज्य की सत्ता कब्जाओ1 विद्रोही ने कहा भाजपाइयों-संघीयो की इस नापाक राजनीतिक संस्कृति से देश-प्रदेश में संघी भ्रष्टाचार, लूट ऐतिहासिक रूप से बढ़ती जा रही है1 देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है1 आम आदमी का जीना दूभर हो रहा है1 विद्रोही ने कहा केंद्र की मोदी सरकार हो या हरियाणा की खट्टर सरकार सहित विभिन्न प्रदेशों की भाजपा सरकारें वे सभी सत्ता दुरुपयोग से यही फार्मूला अपनाकर देश, प्रदेश की जनता को लूटकर खुद सत्ता आनंद ले रहे हैं1 और आम जनों को मुंगेरीलाल के हसीन सपनों के कुचक्र में फंसाकर, उनका भावनात्मक शोषण करके लूट रहे हैं1 विद्रोही ने आम लोगों से अपील कि यदि उन्होंने इस संघी कुचक्र से निकलने के लिए सडक़ों पर संघर्ष नहीं किया तो उनकी हैसियत एक संघी बंधुआ मजदूर जैसी बनकर रह जाएंगी1 Post navigation कोरोना के इलाज के लिए न तो पर्याप्त आईसीयू न सामान्य बैडो का प्रबंध : विद्रोही मारूति उद्योग की आधारशिला गुडग़ांव में संजय गांधी ने रखी थी