20 लाख करोड़ का पैकेज केवल झुनझुना, बिना तैयारी लगाया गया लॉकडाऊन, श्वेत पत्र जारी करे सरकार-

हिसार।(प्रवीन कुमार कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. अशोक तंवर ने कहा है कि कोरोना महामारी के समय में केन्द्र व विभिन्न प्रदेशों की सरकारें पूरी तरह से विफल साबित हुई है। सरकार उपाय व मरीजों के ठीक होने के दावे कर रही है लेकिन संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है जो चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि अब नहीं तो थोड़े दिन बाद ही सही, केन्द्र, खासकर हरियाणा सरकार को तो श्वेत पत्र जारी करके बताना चाहिए कि महामारी के समय उसने क्या कुछ किया।

डा. अशोक तंवर शनिवार को सेक्टर 15 स्थित गोविंद पैलेस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार अब स्पष्ट करें कि क्या लॉकडाऊन सफल सिद्ध हुआ, क्या सरकार की मंशा थी, क्या वह सफल हुई, लेकिन उनका खुद का मानना है कि सरकार ने बिना नीति व नीयत इस महामारी से खेलना शुरू किया, जो घातक साबित हो रहा है। बिना किसी तैयारी व पूर्व सूचना के लॉकडाऊन किया गया, जिसके चलते हजारों प्रवासी मजदूर, बच्चे व औरतें इधर-उधर फंस गये, वे घायल हो गये, कोई बीमार हो गया तो किसी की मौत हो गई, लेकिन केन्द्र व प्रदेश की सरकारों ने इससे कोई सबक नहीं किया। आज देशभर की हालत यह है कि नागरिक अपना ध्यान खुद रखें और सरकार के भरोसे न रहें, इसी में भलाई है।

डा. अशोक तंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ का पैकेज केवल झुनझुना है, जिसका किसी को कोई फायदा नहीं हुआ। बाहर के देशों में यदि किसी को राहत दी गई है तो वह उसके खाते में सीधे तौर पर दी गई लेकिन यहां राहत के नाम पर कर्जा लेने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र व विभिन्न प्रदेशों की सरकारों से जनता संतुष्ट नहीं है, इसलिए उन्हें अपने कार्यों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कटाक्ष किया कि अब सरकार किसान मित्र बनाने की बात कर रही है लेकिन यदि किसानों से मित्रता की होती तो ये नौबत नहीं आती कि किसानों की फसलों का भुगतान न हो और उनकी फसल मंडियों में सड़े। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की आर्थिक हालत तो इतनी खराब है कि उसके पास कर्मचारियों को देने के लिए वेतन के पैसे नहीं है। चिकित्सा स्टाफ हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी रहा है, जो मौजूदा समय में चिंता का विषय है।

हिसार में भाजपा नेत्री द्वारा एक अधिकारी को चप्पल व थप्पड़ से पीटने पर टिप्पणी करते हुए अशोक तंवर ने कहा कि आखिर देश में कानून क्यों बनाया गया है। यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी गलत है तो हम खुद ही उसे सजा कैसे दे सकते हैं, वास्तव में इस प्रकरण में भाजपा नेत्री को बचाने का प्रयास किया जा रहा है, जो गलत है। उन्होंने भाजपा द्वारा की जा रही वर्चुअल रैली पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि काम तो कुछ किया नहीं अब तक, अब राजनीति चमकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। सरकार को चाहिए कि वह चिकित्सा व अन्य सरकारी सेवाओं का विस्तार करें। किसी पार्टी में शामिल होने या नई पार्टी बनाने के सवाल पर डा. तंवर ने कहा कि फिलहाल महामारी के समय में जनता के बीच रहकर सेवा करना चाहते हैं, बाद में सभी साथियों से सलाह करके ऐसा विकल्प तैयार करेंगे जो सत्ताधारियों व विपक्षियों के ऐसे आंतरिक गठबंधन को सबक सीखा सके जो जनता की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। कांग्रेस में वापिस जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा सवाल ही नहीं उठता, कांग्रेस ने पांच साल मेरे से काम करवाया और मजदूरी देने का समय आया तो मजदूरी मार ली, ऐसी पार्टी में नहीं जाऊंगा। उन्होंने कहा कि उनको हटाने के बाद क्या कांग्रेस मजबूत हो गई, क्योंकि कांग्रेस में केवल नाम व चेहरा बदलता है। विधानसभा चुनाव में काग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ तथा अलग-अलग उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका मकसद केवल कुछ लोगों की गर्दन से सरिया निकालना था, जाो निकाल दिया।

इस अवसर पर युवा नेता नवदीप गोदारा, बलराज सभ्रवाल, चन्द्रभान रिटायर्ड एसडीओ, एसएस चौहान, डा. रविन्द्र चोपड़ा, सज्जन डोकवाल, विकास यादव, सुमित भुक्कल व सुंदर सिंह बेरवाल सहित अन्य भी उपस्थित थे।

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