चंडीगढ़,22 मई।केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों एवं कर्मचारी संघों के अखिल भारतीय आह्वान पर शुक्रवार को केन्द्र एवं राज्य सरकार की कर्मचारी एवं गरीब मजदूर विरोधी फैसलों के खिलाफ  हल्ला बोल प्रर्दशन किए गए। प्रर्दशनों के बाद प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित 11 सुत्रीय मांगों का ज्ञापन उपायुक्तों को सौंपे गए। अखिल भारतीय आह्वान पर सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बेनर तले शुक्रवार को सभी विभागों, बोर्डों, निगमों, विश्वविद्यालयों,नगर निगमों, परिषदों, पालिकाओं, सहकारी समितियों, पंचायती राज संस्थाओं के कर्मचारियों ने अपने अपने विभागों में शारीरिक दूरी के नियमों की पालना करते हुए प्रर्दशन किए।

प्रर्दशनों में कोरोना का फायदा उठाकर श्रम कानूनों को खत्म करने,सभी सरकारी विभागों का निजीकरण करने, डीए ,एलटीसी व नई भर्तियों पर रोक लगाने, पुरानी पेंशन बहाल न करने,ठेका प्रथा समाप्त कर ठेके पर लगें कर्मचारियों को सीधे पे- रोल पर न लेने के खिलाफ नारेबाजी करते हुए केन्द्र व रा’य सरकार पर जमकर हल्ला बोला गया। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी ने शुक्रवार को हुए हल्ला बोल की सफलता का दावा करते हुए केन्द्र एवं रा’य सरकार को आगाह किया कि यदि 3 जून तक देश विरोधी, मजदूर, कर्मचारी, किसान व आमजन विरोधी फैसलों को वापस नहीं लिया तो 4 जून को देशभर में बड़े प्रर्दशन किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इससे पहले संविधान विरोधी, गरीब उपभोक्ता, किसान व कर्मचारी विरोधी बिजली निजीकरण को लेकर लाए जा रहे बिजली संशोधन बिल के मसौदे को वापस करवाने की मांग को लेकर 1 जून को बिजली के 15 लाख कर्मचारी काला दिवस मनाएंगे। जिसका सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा पुरजोर समर्थन करेंगा।

उन्होंने बताया कि आज के प्रर्दशनों में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के अलावा कर्मचारी एवं मजदूर संगठन सीआईटीयू, इंटक, एटक, एचएमएस, एचकेएम, एआईयूटीयूसी, इफ्टू, बैंक व बीमा के कर्मचारियों व मजदूरों ने भी शामिल हुए सैकड़ों जगहों पर प्रर्दशन किए गए।

error: Content is protected !!