-इस किसान विरोधी सरकार के खिलाफ किसान कडे आंदोलन के लिए तैयार रहे-सरकार की डार्कजॉन ब्लाक 50 प्रतिशत धान न लगाने देने की नीति पर रोष चंडीगढ़। भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के बैनर के नीचे खट्टर सरकार के तानाशाही आदेशों के बारे में किसानो के विचार जानने के लिए एक किसान पंचायत शाहबाद नई अनाज मंडी में हुई। परंतु लॉकडाउन के चलते प्रशासन सुबह से ही अलर्ट नजर आ रहा था और किसानो को पंचायत न करने देने की फूल तैयारी में था। ठीक सुबह 9:30 किसान जैसे ही मंडी मे एकत्रित होने शुरू हुए तभी प्रशासन हरकत में आ गया। तुरंत प्रभाव से मंडी के दोनों गेटों को बंद कर दिए ताकि किसानो की भीड़ एकत्रित न हो जबकि भारतीय किसान यूनियन हरियाणा ने किसान पंचायत को लेकर समाजिक दूरी ओर सेनाडाइर्जर ओर मास्क के पूरे बदोबस्त किए हुए थे। परंतु प्रशासन ने किसान की बात नही मानी जिसके विरोध में भारी संख्या में किसान मंडी को जाने वाली सड़क पर आ गए। बीच सड़क में ही अपनी पंचायत शुरू कर दी। किसान पंचायत में सभी किसानों ने कहा की सरकार के ये आदेश किसान विरोधी है ओर काफी इलाकÞे बाड़ग्रस्त है ओर काफी जमीन कलर भूमि है ओर काफी जमीन चिकनी मिट्टी है काफी जमीनों का बरसाती पानी नही निकलता। डार्कजोन में उनके खेतो के लिए सिचाई की कोई भी ठोस योजना नही है। इसके अलावा जिन हलकों के लिए यह फरमान जारी किया गया है उन हल्कों में किसानो के बीच जाकर किसान से कोई सुझाव भी नही लिए गए। पंचायत में प्रदेशाध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह चदूनी ने कहा की किसानो की दुर्दशा बरदस्त नही यह सरकार किसान विरोधी है अब किसानो को अपनी फसल उगने ओर बेचने के कड़ा आंदोलन के लिए तैयार रहना होगा। हम सभी सरकार का फरमान न मानते हुए पहले की तरह से धान लगाएगे। ओर सभी डार्कजोन 19 हल्कों के डीसी को ज्ञापन दिए जाएगे। इन हल्कों में बीजेपी के हर हुए उम्मीदवारों को भी ज्ञापन सोपे जाएगे। यदि सरकार ने धान खरीद से माना किया तब हरियाणा की सभी सड़के जम कर दी जाएगी ओर इस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जायेगी। Post navigation नई फसल खरीद प्रक्रिया पूरी तरह से रही कामयाब, मंडियों में एक भी कोरोना का मामला नहीं आया सामने – उपमुख्यमंत्री कोई पत्थर से न मारे मेरे राणा को