सोहना! बाबू सिंगला. सोहना कस्बे के बाज़ारों को प्रशासन द्वारा नही खोला जायेगा| प्रशासन ने कस्बे में 9 कन्टेनमेंट जोन स्थापित किये हुए हैं| जिसके चलते बाज़ारों को खोला जाना असंभव है| ऐसा होने से व्यापारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है| व्यापारियों का आरोप है कि जिला प्रशासन ने पाँच दिन पूर्व सम-विसम के आधार पर बाज़ारों को खोले जाने के आदेश जारी कर दिए हैं किन्तु स्थानीय प्रशासन आदेशों को दर-किनार करके धता बताने में लगा हुआ है| जो बाज़ारों को खोलने पर आना-कानी कर रहा है| वहीँ दूसरी ओर बाज़ारों को खोले जाने को लेकर व्यापार मंडल सोहना का एक प्रतिनिधि मंडल प्रधान अशोक गर्ग के नेतृत्व में सोहना एसडीएम डॉ. चिनार से मिला तथा एक लिखित ज्ञापन पत्र सरकार व जिला प्रशासन द्वारा दिए गए आदेशों की अनुपालना में सौंपा और बाजारों को शीघ्र खोले जाने की मांग की है|

एक ओर जहाँ जिला प्रशासन ने सम-विसम के आधार पर सोहना के बाज़ारों को खोलने के फरमान जारी कर दिए हैं वहीं स्थानीय प्रशासन आदेशों को अमलीजामा पहनाने में बोना साबित हो रहा है| जिन्होंने करीब एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी बाज़ारों को नही खुलवाया है जिससे दुकानदारों में मायूसी व बेचैनी व्याप्त है| जिला प्रशासन ने सम-विसम के आधार पर व्यापारियों को दुकानों को खोले जाने के आदेश दिए हुए हैं जिसमे सभी ट्रेड को शामिल किया गया है तथा दुकानों को खोलने के लिए वार व समय भी निर्धारित किया गया है| किन्तु दुकानों को आजतक भी नही खोला गया है| जिसके चलते कस्बे के व्यापारी बगावत करने पर उतारू होने लगे हैं| बता दें कि व्यापारी वर्ग करीब डेढ़ माह से घरों में मौजूद है| जिनका काम-धंधा पूर्ण रूप से चौपट हो चुका है तथा जिनके समक्ष अपने परिवार को चलाने की चिंता सताने लगी है| वहीँ उक्त मुद्दे को लेकर व्यापार मंडल सोहना के प्रधान अशोक गर्ग के नेतृत्व में सोमवार को व्यापारियों ने सोहना एसडीएम डॉ. चिनार से बाज़ारों को शीघ्र खोले जाने की मांग की है तथा एक ज्ञापन पत्र भी व्यापारियों ने सौंपा है|

इस मौके पर व्यापारी प्रतिनिधियों क्रमशः आनंद गर्ग, नवीन गोयल, चंद्र मोंगिया, सुरेंद्र, सतीश, ललित मोहन, विनोद, अजय गुप्ता, लाला ताराचंद, राजे खारी, मुकेश मोदी आदि मौजूद थे|

क्या कहती हैं एसडीएम सोहना एसडीएम डॉ. चिनार ने बताया कि सोहना कस्बे में कई कन्टेनमेंट जोन स्थापित है जिसके चलते जोन एरिया में बाज़ारों को नही खोला जा सकता है तथा व्यापारियों के ज्ञापन पत्र को उच्च अधिकारियों तक पहुँचा दिया जायेगा|

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