कमलेश भारतीय

छोरियां , छोरों से कम नहीं फिल्म के निर्देशक व सिरसा निवासी राजेश अमरलाल बब्बर हिसार आए थे इस फिल्म की रिलीज के समय सिटी माॅल में । गिरीश धमीजा ने हमें फोन पर मित्र बनाया और मैं अपनी बेटी रश्मि के साथ फिल्म देखने गया । हिसार की सोनाली फौगाट ने इसमें महिला एसपी की भूमिका निभाई है । सभी हीरो हीरोइन यानी पूरी कास्ट मौजूद थी । बस । अब दादा जी का रोल करने वाले व राजेश के गुरु गौतम इस दुनिया में नहीं रहे । फिल्म के सभी कलाकारों से राजेश ने बड़े प्यार से मिलवाया । खैर । राजेश से फोन लगाया तो पता चला कि फिल्म पर काम अटक गया है । यह किसान ब्रदर्स फिल्म आॅर्गेनिक खेती पर आधारित होगी । कोरोना की घोषणा जब 13 मार्च को हुई तो घर से फोन आ गया कि तुरंत आ जाओ वापिस । चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर देखा हर आदमी मास्क लगाए था । मैने भी मास्क और सेनेटाइजर खरीदा और किसी तरह मुम्बई घर पहुंचा । इसके बाद से लाॅकडाउन में दिन बिता रहा हूं परिवार के साथ ।

-परिवार में कौन कौन हैं ?
-पत्नी संगीता बब्बर और दो बेटियां-रियान और रिचल । बड़ी बेटी पेंटिंग और पियानो में मस्त है तो छोटी रियल डांस और टीवी शोज में ।

-आप पति पत्नी किसमें ?
-हमने शैड्यूल बनाया है । सुबह डेढ़ घंटा योगा और फिर नहाना धोना । नाश्ता आदि । इसके बाद क्लासिकल व मनपसंद फिल्में या सीरियल देखना । शाम को बिल्डिंग कम्पाउंड में ही थोड़ी सैर ।

-कौन सी फिल्में देखीं ?
-ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्में-बावर्ची, आनंद आदि । गुलज़ार का सीरियल मिर्ज़ा गालिब । डेढ़ दो घंटे बच्चियों के साथ । गप शप । कुछ समाचार भी देख लेते हैं ।

-भाभी संगीता बब्बर क्या करती हैं ?
-पहले तो मुझे पंजाबी सीरियल्ज में एसिस्ट करती थीं । फिर बच्चे आ गये और वे व्यस्त हो गयीं । अब गृहिणी ।

-कहां कहां पढ़े?
-सिरसा के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी के इंडियन थियेटर डिपार्टमेंट में गिरीश धमीजा का क्लासफैलो । फिर दिल्ली में भी हम लोग एक ही कमरे में रहे जब तक कि गिरीश की शादी नहीं हो गयी । इकट्ठे मुम्बई आए और यहां भी एक साल एक ही कमरे में रहे । दिल्ली में नुक्कड़ नाटक किए । फिर मुम्बई पहुंच कर सीरियल्ज की डायरेक्शन ।

-कौन कौन से ?
-सपने सुहाने लडकपन के । यह आजकल भी रिपीट हो रहा है । मीत मिला दे रब्बा । शंकर जयकिशन । ये तेरी गलियां ।

-एक्टर बनने आए थे या डायरेक्टर ?
-डायरेक्टर ही । काॅलेज से ही नाटक डायरेक्ट करता था ।

-दिल्ली में किसके साथ किए नुक्कड़ नाटक ,?
-ग्रुप बनाया स्ट्रीट काॅर्नर ग्रुप । इसके माध्यम से मंगोलपुरी, जहांगिरपुरी एवंम सगंम िवहारआदि बस्तियों में झुग्गी झोंपड़ी वाले बच्चों के साथ जागरुकता के लिए नुक्कड़ नाटक ।

हमारी शुभकामनाएं राजेश अमरलाल बब्बर को ।

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