गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज: एक तरफ तो हरियाणा की तीसरी बार सत्ता में आई भाजपा सरकार अपनी वाहवाही बटोरने में कहीं कोई कमी नहीं छोड़ रही है,वहीं प्रदेशवासियों को किसी भी समस्या से निजात पाने के लिए जिलों में समाधान शिविर का भी आयोजन कर तुरंत समाधान करने के दावे कर रही है। लेकिन गुरुग्राम में समाधान शिविर एकदम फ्लॉप होता नजर आ रहा है। ऐसी कई मामलों में समाज सेवक व पीड़ितों ने नगर निगम व उपायुक्त कार्यालय में लगने वाले समाधान शिविरों में अनेक शिकायत दी, लेकिन समाधान शिविर में समस्या का समाधान होने की बजाय शिकायतकता को ही समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी कई मामले नगर निगम जिला उपायुक्त व पुलिस विभाग के सामने आ चुके हैं जिनमें पुलिस ने दबंगों से साज बाज होकर लोगों पर झूठी कार्रवाई करनी शुरू कर रखीं हैं। जिससे हरियाणा की भाजपा सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है। ऐसे ही एक मामला निगम क्षेत्र के गांव ग्वाल पहाड़ी का सामने आया। जिसमें कब्जा हटवाने के लिए जहां पीड़ित पर जानलेवा हमला भी हो चुका है वहीं पुलिस की मिली भगत से झूठा मामला दर्ज करने की धमकियां भी दी जा रही है। जिस पर जिले में बैठे भ्रष्ट में लापरवाह अधिकारी मौन बने हुए हैं। जानकारी के अनुसार निगम क्षेत्र के गांव ग्वाल पहाड़ी के जागरूक नागरिक राहुल ने समाधान शिविर में दी शिकायत के माध्यम से निगम कमिश्नर को बताया कि उन्होंने अनेकों बार गांव ग्वाल पहाड़ी की मुख्य सड़क पर अवैध एंक्रोचमेंट के बारे में सीएम विंडो हरियाणा सरकार व डीसी साहब नगर निगम कमिश्नर के माध्यम से अनेकों बार शिकायते दे रखी है। लेकिन निगम अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे, जबकि उक्त सड़क पंजाब रोड शेड्यूल एक्ट 1963 के हिसाब से रोड के दोनों तरफ 30-30 मीटर अवैध माना गया है रोड के दोनों तरफ लोगों ने मकान दुकान आदि बनाकर पंजाब रोड शेड्यूल एक्ट 1963 अवहेलना की है। जो कि गलत है इस एक्ट के हिसाब से रोड के दोनों तरफ 30 -30 मीटर में मकान दुकान बनाना अवैध माना गया है इसकी शिकायत हमने नगर निगम गुरुग्राम में दी। जिसके बाद 6/05/2024 को निगम ने हल्की फुल्की कारवाही करके अवैध निर्माण कर्ता त्रिलोकचंद को चेतावनी देते हुए काम भी बंद कराया था। लेकिन इसके बावजूद भी मकान दुकान का निर्माण कार्य जारी रहा तो फिर से निगम द्वारा मकान को ध्वस्त करने के लिए इन्फोर्समेंट टीम मौके पर पहुंचे तो मकान 5 मंजिला बन चुका था,जो छोटी जेसीबी मशीन से तोड़ना सम्भव नहीं था क्योंकि बड़ी पोकलेन मशीन निगम उपलब्ध नहीं कर पाया जिसपर मकान और दुकान को सील कर दिया गया। उसके बाद भी मकान में रिनोवेशन कार्य धड़ल्ले से चल रहा था और दिनांक 19/10/2024 को त्रिलोकचंद वगैरह ने अधिकारियों से मिली भगत करके मकान और दुकान की सील तोड़कर उसमें बीकानेर मिष्ठान की दुकान खोल दी। जिसकी ग्रामीणों ने कई बार शिकायती कर आई और अधिकारियों से भी मिले लेकिन फिर भी आज तक भी अवैध कब्जे धारी यो पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिसकी शिकायत हमने समाधान शिविर में भी दे चुके हैं। Post navigation समाधान शिविर में शिकायतें ही शिकायतें …….. कब मिलेगी राहत ? भाजपा मंत्रियों को पर्यावरण का कोई ज्ञान नहीं- डॉ. सारिका