-निगम क्षेत्र में गुरुग्राम शहर, सेक्टर-102 व अन्य सेक्टर्स में गंदगी के लगे हैं ढेर, नहीं होती सफाई -गंदगी से लोगों को हो रही परेशानी, निगम नहीं है गंभीर गुरुग्राम। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर ने सफाई नहीं रख पा रहे नगर निगम गुरुग्राम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है हाईकोर्ट भी गुडग़ांव की सफाई पर सवाल खड़े कर चुका है। इसके बाद भी यहां अधिकारी और सरकार सफाई को लेकर गंभीर नहीं हैं। गुरुग्राम नगर निगम क्षेत्र में अनेक स्थानों पर गदंगी फैली पड़ी है। इस गंदगी को उठाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा। पंकज डावर ने कहा कि शहर के भीतरी और बाहरी क्षेत्रों में गंदगी की भरमार है। गंदगी कई महीनों से फैली पड़ी है, कोई उठाने वाला नहीं है। सफाई को लेकर बड़े बयान देने वाले यहां के जनप्रतिनिधि भी अब सफाई के मुद्दे को भूल चुके हैं। गुरुग्राम नगर निगम के अन्य क्षेत्रों की तरह सेक्टर-102 धनकोट में भी सफाई नहीं करवा रहा है। यहां महीनों से पड़ी गंदगी से उठने वाली दुर्गंध से आसपास के क्षेत्र के लोग भी परेशान हैं। वहां पर कभी कोई सफाईकर्मी नजर नहीं आते। पंकज डावर ने कहा कि नगर निगम टैक्स तो हर किसी से वसूलता है, लेकिन सुविधाएं देने के नाम पर कुछ नहीं किया जा रहा। इस क्षेत्र में कई रिहायशी सोसायटी, व्यवसायिक मॉल है। आगे चलकर स्कूल भी है। इसके बाद भी यहां सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। पंकज डावर के मुताबिक सफाई की जिम्मेदारी जिस नगर निगम की है, वह बाहरी क्षेत्रों समेत अन्य क्षेत्रों में सफाई करने में असमर्थ है। उन्होंने कहा कि धनकोट से पहले बसई में हालात बहुत खराब हैं। करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी बसई से जलभराव को खत्म नहीं किया जा सका है। यहां बनाया गया नाला गंदगी से अटा पड़ा है। यहां भरा पानी गंदगी का रूप ले लेता है। यहां गंदगी बीमारियों को बढ़ाती है। पंकज डावर ने कहा कि सरकार को इस समस्या की ओर ध्यान देना चाहिए। सिर्फ दावों में नहीं, हकीकत में स्वच्छता नजर आनी चाहिए। इतना बड़ा अमला नगर निगम के पास है। बड़ी मशीनें सफाई के कार्यों के लिए लायी गई हैं। इसके बाद भी नगर निगम गुरुग्राम क्षेत्र में गंदगी से बदहाली फैली हुई है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट यहां की गंदगी, स्वच्छता पर सवाल खड़े कर चुका है। गुरुग्राम से लेकर चंडीगढ़ तक नगर निगम शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त ना करके फजीहत करवा चुका है। कागजों में ही सफाई दिखाई जाती है, हकीकत से कोसों दूर है। गुडग़ांव को मिलेनियम सिटी नाम को लेकर भी हाईकोर्ट ने नगर निगम को आईना दिखाया है कि आखिर किस हैसियत से यह नाम गुरुग्राम को दिया गया है, जबकि यहां सफाई का बुरा है। पंकज डावर ने हाईकोर्ट से अपील की है कि यहां के अधिकारियों को भी दंडित किया जाए, ताकि शहर को गंदगी में धकेलने वालों को कुछ सीख मिले। Post navigation अभिभावक अपने बच्चों को विदेश में भेजते समय डंकी जैसे शार्टकट प्रक्रिया को न अपनाएं- विदेशी सहयोग मंत्री मकर संक्रांति के अवसर पर सिलाई मशीनें व कम्बलों का किया वितरण ……..