चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस नेता और यमुनानगर विधानसभा सीट से प्रत्याशी सर्व मित्र कंबोज ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। चंडीगढ़ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं कर रहा है और जांच प्रक्रिया में कई खामियां सामने आई हैं।

सर्व मित्र कंबोज ने कहा, “ईवीएम और वीवीपैट की जांच और सत्यापन की प्रक्रिया में कई गंभीर अनियमितताएं हैं। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि जांच प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ होनी चाहिए। लेकिन, हमने देखा कि कुछ मशीनें जांच के दौरान इनवैलिड शो कर रही थीं। यह साफ तौर पर दर्शाता है कि कहीं न कहीं गड़बड़ है।”

उन्होंने दावा किया कि जो मशीनें इनवैलिड शो कर रही थीं, उन्हें सही कैसे घोषित किया गया, इस पर कोई स्पष्टता नहीं है। सर्व मित्र कंबोज ने कहा, “जांच के बाद जो डेटा मशीन से निकाला जाना चाहिए था, उसे डिलीट कर दिया गया। यह गंभीर चूक है और इससे चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं।”

वीडियोग्राफी में दर्ज सबूत की अनदेखी

कांग्रेस नेता ने कहा कि जांच प्रक्रिया की वीडियोग्राफी में सब कुछ रिकॉर्ड किया गया था। “लेकिन इसके बावजूद, जो डेटा चेकिंग के लिए उपयोग होना चाहिए था, उसे नष्ट कर दिया गया। यह बेहद आपत्तिजनक है,” उन्होंने कहा।

सर्व मित्र कंबोज ने चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार पर भी निशाना साधते हुए कहा, “मुख्य चुनाव आयुक्त लोगों की शिकायतों का मजाक उड़ाते हैं। उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए।”

जनता में नाराजगी

उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान कई जगहों पर धनबल और शराब का उपयोग करके वोट खरीदे गए। कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर कई बार शिकायत दर्ज कराई, लेकिन चुनाव आयोग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

जांच की मांग

कांग्रेस नेता ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि यमुनानगर विधानसभा की 9 बूथों की सही तरीके से जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा, “जांच के दौरान ईवीएम और वीवीपैट के फैक्ट्री मैनुअल, कंट्रोल मैनुअल और सॉफ्टवेयर को भी परखा जाना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया।”

चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल

सर्व मित्र कंबोज ने कहा, “चुनाव आयोग ने पारदर्शिता दिखाने के बजाय चुनावी डेटा को छिपाने का काम किया है। इससे जनता का भरोसा उठ रहा है और विपक्ष भी इस पर सवाल उठा रहा है।”

जनता की प्रतिक्रिया

उन्होंने कहा, “हरियाणा के इस विधानसभा चुनाव में जिस प्रकार से गड़बड़ियां हुईं, उससे जनता में गुस्सा है। चुनाव आयोग को जनता और विपक्ष के सवालों का जवाब देना चाहिए।”

सर्व मित्र कंबोज ने अंत में कहा कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी निष्पक्ष चुनाव कराने की है। लेकिन वर्तमान स्थिति में यह विश्वास करना मुश्किल हो रहा है कि आयोग अपनी भूमिका सही तरीके से निभा रहा है।


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