चंडीगढ़, 11 जनवरी । नशे के चलते युवा की मौत, ओवरडोज के चलते गई युवक की जान, नशे के चंगुल में फंस रहे टीनेजर, नशे के इंजेक्शन से हाथ पैरों की नसें हुई खराब तो प्राइवेट पार्ट पर इंजेक्शन लगा रहे युवा, आधा दर्जन की मौत। ऐसी दर्दनाक खबरों से हरियाणा के अखबार भरे पड़े हैं। प्रदेश में नशे का काला साम्राज्य भयानक विस्तार ले चुका है और हरियाणा की जवानी इसकी भेंट चढ़ रही है। लेकिन बीजेपी सरकार सत्ता के नशे में मदमस्त सो रही है। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। नशे के चलते लगातार हो रही युवाओं की मौत पर चिंता जाहिर करते हुए हुड्डा ने कहा कि दूध-दही के खाने वाले हरियाणा को भाजपा ने ड्रग्स, अफीम, चिट्टा, हेरोइन, ब्राउन शुगर, स्मैक, चरस, गांजा, कोकीन, भांग और सुलफा का अड्डा बना दिया है। जब से भाजपा प्रदेश की सत्ता में आई है, नशा कारोबारी बेखौफ होकर अपने साम्राज्य फैला रहे हैं। उनका नेटवर्क अब प्रदेश के हर गांव, गली व मोहल्ले तक पहुंच गया है। युवाओं से लेकर महिलाएं और छोटे-छोटे बच्चे भी इसकी चपेट में आकर जान गंवा रहे हैं। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की पहचान उसका शुद्ध, सात्विक खाना, उर्जावान युवा, जवान और खिलाड़ी होते थे। लेकिन बीजेपी ने इसे नशे में ‘उड़ता हरियाणा’ बना दिया है। खुद केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से दिसंबर 2023 में राज्यसभा में रिपोर्ट पेश की गई। इसके मुताबिक हरियाणा में नशा करने वाले 16.51 फ़ीसदी लोग अफीम और उससे बने नशीले पदार्थ, यहां तक की हेरोइन और चिट्टा का इस्तेमाल करते हैं। 11% लोग नशे के लिए गांजा, भांग और चरस इस्तेमाल करते हैं। 5 फ़ीसदी लोग नींद के लिए ली जाने वाली नशीली दवाईयां और बड़ी मात्रा में लोग कोकीन का भी इस्तेमाल करते हैं। केंद्रीय मंत्रालय यह भी माना है कि अब हरियाणा की टीनेजर भी भांग, गांजा, चरस, अफीम, हीरोइन और कोकीन जैसे नशे के चंगुल में फंसती जा रही हैं। इतना ही नही, बड़ा तादाद में टीनेजर को नशा तस्करी के कारोबार में भी धकेला जा रहा है। सरकार के संरक्षण में नशा किस कद्र बढ़ गया है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले 5 साल में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से लगभग 15 लाख लोग सरकारी अस्पतालों की ओपीडी और नशा मुक्ति केंद्रों में पहुंचे हैं। हालांकि यह आंकड़ा इससे कई गुणा बड़ा हो सकता है। क्योंकि नशे की दलदल में फंसे लाखों लोग इलाज के लिए आगे नहीं आते हैं और अपनी जिंदगी तबाह कर लेते हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार की मिलीभगत, लचर कानून व्यवस्था के साथ प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी भी बढ़ते नशे की एक बड़ी है। क्योंकि बेरोजगारी से हताश युवा नशे और अपराध के चंगुल में फंस रहे हैं और अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। सत्ता में बैठे बीजेपी लगातार ऐसी नीतियां बना रही हैं जिससे प्रदेश में बेरोजगारी, अपराध और नशा बढ़े। ऐसे में हुड्डा ने अभिभावकों और प्रदेश की जागरूक जनता से अपील करी है कि वो बढ़ते नशे के खिलाफ सतर्क रहे। मां-बाप अपने बच्चों व युवाओं का विशेष ध्यान रखें। परिवार के लोगों के साथ नशे जैसे संवेदनशील मसलों पर बात करें और सभी को इसके खतरों के बारे में जागरुक करें। अपने बच्चों के साथ आसपास की गतिविधियों पर भी नजर रखें इसके विरुद्ध आवाज उठाने में परहेज ना करें। कांग्रेस इस मुद्दे पर सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। Post navigation केंद्र सरकार ने प्राइवेट बैंकों को ग्राहकों को लूटने की दे रखी है छूट : कुमारी सैलजा फिर संकट में हरियाणा की ‘सुकन्या समृद्धि’ : घटती बेटियां ………….. कोख में ही छीन रहें साँसें