कहा- संविधान एकता का सुरक्षा कवच है पर सरकार नफरत के बीज बो रही है नई दिल्ली, 14 दिसंबर। लोकसभा में शनिवार को लगातार दूसरे दिन संविधान पर चर्चा जारी रही। अखिल भारतीय कांग्रेस की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने संविधान पर चर्चा करते हुए भाजपा सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये सरकार संविधान को ध्वस्त करना चाहती है पर सरकार भूल रही है कि यहीं संविधान हर नागरिक को न्याय, देता है, मार्गदर्शन करता है, उसकी उम्मीद, अभिव्यक्ति और आकांक्षा है। संविधान देश का सबसे बड़ा ग्रंथ है। कुमारी सैलजा ने कहा कि देश के संविधान निर्माण में पंडित जवाहरलाल नेहरू का योगदान रहा, सरदार बल्लभ भाई पटेल और 300 से अधिक लोगों का योगदान रहा। संविधान हर नागरिक को न्याय, देता है, मार्गदर्शन करता है, उसकी उम्मीद, अभिव्यक्ति और आकांक्षा है। संविधान देश का सबसे बड़ा ग्रंथ है। संविधान देश में समानता का भाव पैदा करता है, डा. भीमराव अंबेडकर ने देश को जो संविधान दिया है वह कोई पेपर नहीं बल्कि एक दस्तावेज है, संविधान लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि देश में हर धर्म और हर जाति के लोग रहते है हर धर्म का अपना अपना ग्रंथ है और वे उसी को मानते है, देश का भी एक ग्रंथ है जो सबसे बड़ा ग्रंथ है वह संविधान है। उन्होंने कहा कि आपातकाल लगा मानते है, ज्यादातियां भी ये भी मानते है, इसके कारण 1977 में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा पर 1980 में इंदिरा गांधी की फिर से सरकार बनी। आज भाजपा समानता की बात को भूल रही है, किसी का नाम तक नहीं लेते, गालियां देने में लगी रहती है। संविधान की बात तो करते है पर एकता पर कोई नहीं बोलता, वसुदेव कुटूंबकम की बात करते है पर मानते नहीं है, आज दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों पर हत्याचार हो रहे है पर कोई नहीं बोल रहा और जो बोलना चाहता है उसे बोलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज दलित की बात करते है, समानता की बात करते है पर उन्हें नौकरी तक नहीं दी जा रही है, नौकरी खत्म कर प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जाति जनगणना कराना तो दूर सरकार अभी तक जनगणना तक नहीं करवा पाई है, कांग्रेस अडिग है कि सरकार आने पर हम जाति जनगणना कराएंगे ताकि जातियों की संख्या के बारे में सही पता चल सके ताकि लोगों को उनके अधिकार मिल सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा में आंकड़े बोल रहे है वहां पर 70 प्रतिशत परिवार बीपीएल है, अगर यही है तो गरीबी कैसे दूर हो गई। उन्होंने कहा कि संविधान एकता का सुरक्षा कवच है पर वहां पर आज नफरत के बीज बोए जा रहे हैं। सरकार को लोगों में मोहब्बत पैदा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब संभल में, मणिपुर में, हाथरस में न्याय की मांग उठती है तो सरकार चुप्पी साध लेती है। सरकार को पता होना चाहिए देश की जनता ही संविधान को सुरक्षित रखती है। सरकार किसानों से किया वायदा भूल गई उन्होंने कहा कि आज किसान अपनी मांगों को लेकर शंभू बार्डर पर धरने पर बैठा हुआ है, सरकार उनकी बात सुनने को तैयार ही नहीं हैै, सरकार ने पंजाब और हरियाणा के बार्डर को भारत-पाकिस्तान का बार्डर बनाकर रख दिया, किसानों की बात सुनने के बजाए उन पर पानी की बौछार की जा रही है, उन पर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे है, इसी सरकार ने किसानों से एमएसपी लागू करने का वायदा कर उनके धरना खत्म करवाया था पर ये सरकार किसानों से किया गया वायदा ही भूल गई। अगर सरकार संविधान के प्रति थोडा बहुत सम्मान रखती है तो इस बात को स्वीकार करे कि उसने किसानों से एमएसपी लागू करने का वायदा किया था। 15 दिसंबर को विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगी – कुमारी सैलजा सांसद कुमारी सैलजा 15 दिसंबर को विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगी। रविवार सुबह 10.30 बजे कांग्रेस नेता कुलदीप कुमार चिटकारा के निधन पर शोक व्यक्त करने उनके निवास स्थान 71, सेक्टर 8, पंचकूला पहुचेंगी। दोपहर 02.00 बजे कांग्रेस नेता डॉ. दयाराम की आत्मिक शांति हेतु आयोजित श्रद्धांजलि सभा में दोसडक़ा रोड़ चंडीगढ़ फॉर्म, साढ़ौरा रोड़ डुलियाना जिला अंबाला में श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचेगी। देर शाम 05.30 बजे स्व. सरदार अमरीक सिंह की पत्नी सुरजीत कौर के निधन पर शोक व्यक्त करने उनके निवास स्थान गांव उकलाना मंडी, जिला हिसार पहुचेंगी। Post navigation हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया का कार्यकाल बढ़ाने के लिए कानून में संशोधन आवश्यक भारत के उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर ऊर्जा संरक्षण 2024 पर राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया