सीएमए अचीवर्स मीट विजन-2030 में उद्योगों में वित्तीय उत्कृष्टता, स्थिरता व नवाचार का बताया महत्व।

आधुनिक उद्योगों में वित्तीय उत्कृष्टता, स्थिरता और नवाचार एक-दूसरे के है पूरक : विनोद बापना।

गुरूग्राम (जतिन /राजा )14 दिसंबर : आधुनिक उद्योगों में वित्तीय उत्कृष्टता, स्थिरता और नवाचार एक-दूसरे के पूरक माने जाते हैं। ये तीनों मिलकर ना केवल कंपनियों की प्रगति और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाते हैं, बल्कि समाज और पर्यावरण के लिए भी सकारात्मक योगदान देते हैं। इसी कड़ी में उद्योगों में वित्तीय उत्कृष्टता, स्थिरता और नवाचर को आगे बढ़ाने के लिए नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में सीएमए अचीवर्स मीट विजन-2030 का आयोजन किया गया।

इस मौके पर देश में लागत और प्रंबधन लेखाकार के भविष्य को आकार देने पर क्रेंदित पेशेवरों, विचारकों और उद्योगों का एक उल्लेखनीय जमावड़ा लगा। कार्यक्रम के दौरान उद्योगों में वित्तीय उत्कृष्टता, स्थिरता और नवाचार को आगे बढ़ाने में सीएमए की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि केंद्रीय विद्युत और नवीन नवीनीकरण ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने शिरकत की तथा विशिष्ट अतिथि के तौर सांसद व वित्त संबंधी स्थायी समिति के सदस्य डा. जयंत कुमार रॉय, बैंग्लोर साऊथ से सांसद व युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या और केंद्रीय कोरपरेटिव मामलों के मंत्रालय की सचिव दीप्ति गौर मुखर्जी ने शिरकत की।

कार्यक्रम मे अतिथिगणों ने उद्योग के क्षेत्र में कैपेरो मारुती लिमिटेड के सीईओ व पीएनजीआई के महासचिव विनोद बापना द्वारा किए जा रहे सराहनीय एवं प्रेरणादायी कार्यो के चलते उन्हे प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया तथा उद्योगों के साथ-साथ राष्ट्र की तरक्की में उनके द्वारा निभाई जा रही भूमिका की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाते है, क्योंकि अर्थव्यवस्था तथा राष्ट्र की तरक्की एक व्यापारी की सोच, प्रयास व उनके द्वारा किए जा रहे कार्यो पर निर्भर करती है। ऐसे में विनोद बापना सरीखे प्रोफेशनल राष्ट्र की तरक्की में अपना शत-प्रतिशत योगदान दे रहे हैँ , जिसके चलते वे सम्मान व प्रशंसा के पात्र है।

इस मौके पर कैपेरो मारुती लिमिटेड के सीईओ व पीएनजीआई के महासचिव विनोद बापना ने कहा कि वे प्रशंसा प्रमाण पत्र प्राप्त करके वास्तव में सम्मानित और एवं आभारी हैँ । उन्होंने कहा कि यह मान्यता आईसीएमएआई द्वारा प्रदान किए गए अटूट समर्थन, मार्गदर्शन और अवसरों का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि वे अपने प्रयासों और योगदान को स्वीकार करने के लिए आईसीएमएआई के अध्यक्ष सीएमए बिभूति भूषण नायक और परिषद के सदस्यों का आभार जताते है, जिन्होंने उनकी क्षमता पर विश्वास किया।

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