विद्यापीठ में संत महापुरुषों की मौजूदगी में भूमि पूजन व खूंटा गाढ़ कर हुआ गीता जयंती महोत्सव का आगाज।

विद्यापीठ में भूमि पूजन समारोह में उपायुक्त नेहा सिंह एवं महामंडलेश्वर 1008 स्वामी विद्यागिरि महाराज एवं स्वामी ज्ञानानंद सहित अनेक संत महापुरुष हुए शामिल।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 30 नवम्बर : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी ने कहा कि भारतीय संस्कृति के अनुसार धार्मिक आयोजन संत महापुरुषों के द्वारा ही होते हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार को विद्यापीठ में भगवान श्री राम के परम भक्त वीर हनुमान का आहवान कर मंत्रोच्चारण के साथ गीता जयंती महोत्सव 2024 के लिए खूंटे का पूजन किया गया। वर्षों से चली आ रही परम्परा के अनुसार इस खूंटे के पूजन में कुरुक्षेत्र की उपायुक्त नेहा सिंह के साथ महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद, संत महामंडल की अध्यक्षा महामंडलेश्वर स्वामी विद्या गिरि, कुरुक्षेत्र के विधायक एवं पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा, पूर्व विधायक मेवा सिंह, एस.डी.एम. कपिल शर्मा, षड्दर्शन साधु समाज के संरक्षक महंत बंशी पुरी, अध्यक्ष परमहंस ज्ञानेश्वर, उपाध्यक्ष महंत गुरु भगत, कोषाध्यक्ष महंत महेश मुनि, संगठन सचिव वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक,सचिव महंत लक्ष्मीनारायण पुरी,महंत महेश पुरी, महंत सर्वेश्वरी गिरि, महंत लाल गिरि, उज्जैन से संत विनोद जी सहित अनेक संत महापुरुष एवं नगर के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। विद्यापीठ की यज्ञशाला में पूजन के उपरांत विद्यापीठ परिसर में उस स्थान पर आस्था एवं विश्वास के साथ खूंटा गाढ़ा गया जहां 5 दिसम्बर से 11 दिसम्बर तक गीता जयंती महोत्सव के कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं।

कुरुक्षेत्र की उपायुक्त नेहा सिंह ने जयराम संस्थाओं की परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, महामंडलेश्वर स्वामी विद्यागिरि महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद,महंत बंशी पुरी तथा अन्य संतों के साथ खूंटा गाढ़ा। परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी ने बताया कि उनके परम पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन प्रात: स्मरणीय देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से पिछले करीब साढ़े तीन दशक से चली आ रही परम्परा अनुसार हरवर्ष की भांति गीता जयंती महोत्सव 2024 का शुभारम्भ हुआ है। उन्होंने विद्यापीठ की खूंटा गाड़ परम्परा के बारे में बताया कि भगवान श्री राम के प्रिय भक्त हनुमान का खूंटा गाड़कर आस्था और श्रद्धा से वीर हनुमान का आहवान कर प्रार्थना की जाती है कि गीता जयंती महोत्सव के सभी कार्य निर्विघ्न सम्पन्न हों। ब्रह्मचारी ने बताया कि इसी के साथ कामना की जाती है कि देश में सुख समृद्धि आए और देश का विकास हो। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ का लक्ष्य है कि भगवान श्री कृष्ण के मुख से निकला गीता का संदेश पूरे विश्व के जन मानस तक पहुंचे।

ब्रह्मचारी ने गीता जयंती महोत्सव 2024 के आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के संबंध में बताया कि 2 दिसम्बर को गीता जयंती के शुभारम्भ के लिए भगवान श्री राम के परम भक्त वीर हनुमान का आह्वान कर ध्वजारोहण होगा। 2 दिसम्बर को विद्यापीठ में गीता जयंती के कार्यक्रमों के साथ ही गुरु परम्परा के अनुसार मंदिरों की वार्षिक मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा उत्सव एवं विधिवत पूजन होगा। उन्होंने बताया 5 दिसम्बर से 7 दिसम्बर तक विद्यापीठ में राज्य स्तरीय अंतर विद्यालय सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिताएं नए स्वरूप एवं नए अंदाज से आयोजित होंगी। इन सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिताओं में विभिन्न जिलों के करीब 4 हजार से अधिक स्कूली विद्यार्थी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। ब्रह्मचारी ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष 5 दिसम्बर से 11 दिसम्बर तक संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होगा, जिसमें कथा व्यास वृन्दावन मथुरा से विख्यात कथावाचक संजीव कृष्ण ठाकुर होंगे। ब्रह्मचारी ने बताया कि कथा के शुभारंभ से पूर्व कथा स्थल तक भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी। उन्होंने बताया कि 9 दिसम्बर को संत महापुरुषों के आशीर्वाद से गरीब परिवारों की कन्याओं का 33 वां सामूहिक विवाह समारोह होगा। ब्रह्मचारी ने बताया कि 10 दिसम्बर को हर वर्ष की भांति विशाल हास्य कवि सम्मेलन होगा। इस कवि सम्मेलन में देश कई महान एवं विख्यात हास्य कवि अपनी प्रस्तुतियां देंगे। उन्होंने बताया कि 11 दिसम्बर को गीता जयंती उत्सव समापन पर नगर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के साथ भव्य शोभायात्रा निकलेगी।

भूमि पूजन के कार्यक्रम में महंत रंगनाथ पुरी,स्वामी हरि नारायण गिरि,प. अनिल शास्त्री, श्री जयराम शिक्षण संस्थान के उपाध्यक्ष एवं सेवानिवृत्त आयुक्त टी.के. शर्मा, के.के. कौशिक, डी.के. गुप्ता, टेक सिंह लोहार माजरा, श्रवण गुप्ता, कुलवंत सैनी, राजेंद्र सिंघल, ईश्वर गुप्ता, सुरेंद्र गुप्ता, खरैती लाल, अपना अस्पताल के सर्जन डा. अजय गोयल, डा. नरेंद्र पाल गुप्ता, राजेश सिंगला, लक्ष्मीकांत शर्मा, आर.सी. रंगा, कपिल मित्तल, मुनीश मित्तल, अशोक गर्ग, विपिन गर्ग, जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य रणबीर भारद्वाज, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक, विनोद कुमार, सुनील गोरी, जयराम महिला मंडल की संगीता शर्मा इत्यादि भी मौजूद इत्यादि मौजूद रहे।

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