– स्वास्थ्य मंत्री ने विभाग के अधिकारियों के साथ की अहम बैठक चंडीगढ़, 20 नवंबर- हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में निर्माणाधीन अस्पतालों के कार्यों में तेजी लाएं ताकि नागरिकों को जल्द से जल्द स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाई जा सकें। साथ ही, उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल फायर एनओसी लेना सुनिश्चित करें जिससे किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। कुमारी आरती सिंह राव आज यहाँ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। बैठक के दौरान उन्होंने विभाग में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया गया कि हिसार के गांव मय्यड़ में 50 बिस्तरों वाले आयुष अस्पताल के भवन का कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। लगभग 10.85 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस अस्पताल के आगामी 8 से 9 महीने में पूरा होने का अनुमान है। कुमारी आरती सिंह राव ने इस अस्पताल का काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में ओपीडी जून 2024 से चालू हो गई है, जहां कई तरह की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है। शेष सेवाएं निर्माण कार्य के पूरा होने के बाद शुरू की जाएंगी , तभी इनपेशेंट डिपार्टमेंट (आईपीडी) शुरू किया जाएगा। मंत्री को यह भी बताया गया कि अग्निशमन प्रणाली, चिकित्सा अपशिष्ट निपटान सुविधाएं, लॉन्ड्री सेवाएं, चारदीवारी, सीवेज उपचार संयंत्र (एसटीपी) और सीवरेज सिस्टम जैसे आवश्यक बुनियादी ढांचे की स्थापना भी जल्द कर ली जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस अस्पताल में आयुष प्रणाली के तहत व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी, जिससे हिसार और आसपास के क्षेत्रों के लोग लाभान्वित होंगे। बैठक में आकेड़ा, नूंह में 60-बेड वाले सरकारी यूनानी कॉलेज और अस्पताल परियोजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। इसमें बताया गया कि 45.43 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस अस्पताल का 52 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। काम पूरा होने की संशोधित समय-सीमा लगभग 12 महीने निर्धारित की गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को शेष कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के पूरा होने के बाद अकेड़ा, नूंह और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को यूनानी प्रणाली पर आधारित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, अंबाला के चांदपुरा में 55.85 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले होम्योपैथिक कॉलेज और 25 बिस्तरों के अस्पताल परियोजना की समीक्षा करतेहुए स्वास्थ्य मंत्री ने सख्त निर्देश दिए कि अस्पतालों के निर्माण में अनावश्यक देरी न की जाए। निर्माण कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करें ताकि अस्पताल में जल्द से जल्द स्वास्थ्य सेवाएँ शुरू हो सके। इस अस्पताल की ओपीडी में लगभग 6,253 मरीज़ों के लाभान्वित होने की उम्मीद है। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल और आयुष विभाग के निदेशक श्री अंशज सिंह भी मौजूद रहे। Post navigation भाजपा की कोर ग्रुप एवं सांसद बैठक में नगर निकाय चुनाव समेत संगठनात्मक विषयों पर मंथन