अपराधी बेखौफ होकर जहां चाहे वहां अपराध करने में मस्त है, वहीं पुलिस के हौंसले बुरी तरह से पस्त है और हरियाणा के आमजन अपराधियों से त्रस्त है : विद्रोही कोई महीना नही गुजरता जब अपराधी बेखौफ होकर इस क्षेत्र में दिन दहाडे लूट नही करते हो और गोलीबारी करके दशहत न फैलाये : विद्रोही 12 नवम्बर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा राज में हरियाणा की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और अपराधी बेखौफ होकर जहां चाहे वहां लूट, हत्या, गोलीबारी करके आराम से निकल जाते है। विद्रोही ने कहा कि दक्षिणी हरियाणा, एनसीआर, अहीरवाल में तो कानून व्यवस्था इतनी बिगड चुकी है कि कोई महीना नही गुजरता जब अपराधी बेखौफ होकर इस क्षेत्र में दिन दहाडे लूट नही करते हो और गोलीबारी करके दशहत न फैलाये। सोमवार को तो हद हो गई जब जिला रेवाडी के बावल कस्बे में दिन-दहाडे सुबह साढे 11 बजे भीड़ भरे क्षेत्र कटला बाजार में हथियारबंद तीन नकाबपोश बदमाशों ने एक ज्वलैर्स की दुकान पर हमला बोलकर न केवल लाखों रूपये के सोने, चांदी, गहने, नकदी की लूट की अपितु ज्वलैर्स शोरूम मालिक के बेटे को भीे गोली मारकर घायल कर दिया। उल्लेखनीय है कि जिस कटला बाजार में यह लूट हुई उससे मात्र 200 मीटर दूर बावल पुलिस का थाना भी है। सवाल उठता है कि जब पुलिस थाने के इतनी पास भी बदमाश दिन दहाडे लूट करके, गोली मारकर भीड़ वाले बाजार से निकल जाते है और पुलिस घटना होने के बाद मीडिया बयान बहादुर बनकर केवल दमगज्जे मारकर रह जाती है, तब कानून व्यवस्था कैसी होगी, बताना भी बेमानी है। विद्रोही ने कहा कि दिन दहाडे तीन बदमाशों का पिस्तौल के बल पर लाखों रूपये की लूट करना, एक व्यक्ति को गोली मारकर घायल करना और वारदात को अंजाम देने के बाद आराम से मोटर साईकिल पर निकल जाना जंगलराज तो नही क्या है? घटना के बाद पुलिस की कथित मुस्तैदी एक नौटंकी नही तो क्या है? वारदात के समय कथित मुस्तैद पुलिस कहां थी? अब पुलिस का इकबाल इतना गिर गया है कि थाने से महज 200 मीटर दूरी पर भी लूटपाट, गोलीेबारी करने से अपराधी बाज नही आ रहे। बावल में उक्त घटना अहीरवाल, दक्षिणी हरियाणा में कोई आयसोलेटिड घटना नही है अपितु ऐसीे वारदाते इस क्षेत्र में हर माह कहीं न कहीं होती रहती है और पुलिस केवल दावे करती रहती है। विद्रोही ने कहा कि आज हरियाणा की हालत यह है कि अपराधी बेखौफ होकर जहां चाहे वहां अपराध करने में मस्त है, वहीं पुलिस के हौंसले बुरी तरह से पस्त है और हरियाणा के आमजन अपराधियों से त्रस्त है। गृह मंत्रालय का प्रभार भी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के पास है। जब गृह मंत्रालय, पुलिस सीधे मुख्यमंत्री के अधीन होने पर भी अपराधियों पर अंकुश नही लग रहा है, तब सहज अनुमान लगा ले कि हरियाणा की कानून व्यवस्था किस कदर बिगडकर प्रदेश को जंगलराज की ओर धकेल दिया है। Post navigation डीएपी आपूर्ति पर कृषि मंत्री की अधिकारियों के साथ बैठक आरोही मॉडल स्कूल कर्मियों को पक्का करने से मुकरी सरकार: कुमारी सैलजा