आगजनी की घटना से प्रभावित झुग्गीवासियों को समाजसेवी संस्थाओं ने संभाला, प्रशासन निष्क्रिय : लाल बहादुर खोवाल पीडि़त झुग्गीवासियों की सहायता में समाजसेवी अनु चीनिया सहित कई संस्थाएं निभा रही महत्वपूर्ण भूमिका : लाल बहादुर खोवाल हिसार : हिसार के सेक्टर 16-17 में साउथ बाईपास के पास बनी झुग्गियों में आगजनी घटना के बाद प्रशासन द्वारा कोई सहायता उपलब्ध न करवाने पर हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने रोष व्यक्त किया है। हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने कहा कि झुग्गियों में आग लगने से काफी संख्या में झुग्गियां चपेट में आ गई और बहुत से गरीब झुग्गीवासी व उनके बच्चे संकट से घिर गए। इस स्थिति में सरकार व प्रशासन का दायित्व है कि वह विकट स्थिति से जूझ रहे गरीब व मजदूर झुग्गीवासियों की सहायता करे। प्रशासन की अपेक्षा सामाजिक संस्थाओं ने हाथ बढ़ाते हुए इन पीडि़त झुग्गीवासियों को संभाला और उनकी सहायता में जुटे हैं। एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने बताया कि भीख नहीं किताब दो संस्था की संचालिका अनु चीनिया तथा भीख नहीं किताब दो संस्था के महासचिव सुरेश पूनिया व उनकी टीम के सभी साथी हमेशा आपदा के समय झुग्गी-झोपडिय़ों में रहने वाले बच्चों तथा उनके अभिभावकों की सहायता करते हैं। सेक्टर 16-17 स्थित झुग्गियों में आग लगते ही झुग्गी में रहने वाले देवनाथ का अनु चीनिया के पास रोते हुए फोन आया कि हमारी सारी झोपडिय़ां जल रही हैं, आप आग बुझाने वाली गाड़ी को फोन कर दो। यह बात सुनकर अनु चीनिया ने तुरंत फायर ब्रिगेड को कॉल किया तथा अपने भाई अंकुर को साथ लेकर सबसे पहले वहां पहुंची तथा उनकी सहायता में जुट गई। इसके साथ ही अनु चीनिया ने सोशल मीडिया पर उनकी मदद बारे डाला तथा अनेक समाज सेवकों को फोन किया और तुरंत मदद दिलवाने का काम शुरू किया। खोवाल को भी कॉल करके मौके पर बुलाया तथा अनु चीनिया ने झुग्गी जलने से पीडि़त परिवारों की सूची बनाई। इन लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था हेतु गुरुद्वारा सिंह सभा में गुरविंदर सिंह गिल से संपर्क किया और खाने की व्यवस्था करवाई। उल्लेखनीय है कि अनु चीनिया ने वर्षों से जो बच्चे सडक़ों पर भीख मांगते थे उनको भीख मांगना छुड़वाकर उन सभी का स्कूलों में एनरोलमेंट करवाया है तथा उनकी पढ़ाई आदि पर पूरा ध्यान दे रही है। इसके साथ ही झुग्गी-झोपडिय़ों में जाकर बच्चों तथा उनके अभिभावकों को समझाती है तथा मुख्यधारा में लाने का काम करती है। झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों के रहने की समुचित व्यवस्था तलवंडी राणा में बनाए गए हॉस्टल में की हुई है। यहां पर बच्चों को शिक्षित करके उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने में अनु चीनिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। खोवाल ने बताया कि शहर से त्रिलोक बंसल,राजेश कोथ (एस्टेट ऑफिसर, हुडा), सत्येंद्र राव, सुरेश पूनिया, रोहतास भयान, गरिमा बंसल, अंकुर, संदीप बनवाला, रेजि, नेहा मेहता, डॉ. प्रवीन खुराना, कुलभूषण जांगडा, गुलशन ढींगड़ा, वेद प्रकाश चित्रकार, हरीश कुमार, डॉ. संदीप कलियाणा, डॉ. मनोज कुमार सोनी, पूनम देवी, विकास लांबा, हिमानी वर्मा, हिमांशु खोवाल, कमलेश, रत्न सैनी, भूमि आश्रम से मुकेश, भाग्यश्री आश्रम से मंजू वर्मा व भजन लाल शर्मा (बीडीपीओ) सहित कई सामाजिक संस्थाएं आगजनी की घटना से पीडि़त झुग्गीवासियों की मदद कर रही हैं। उन्होंने कहा कि धनतेरस, दीपावली व भाई-दूज के त्योहार होने के कारण सभी झुग्गीवासियों ने कड़ी मेहनत से कमाई करके सामान खरीदा था। उन्होंने छट पूजा के लिए भी सामान खरीदा हुआ था लेकिन सारा सामान स्वाह हो गया। खोवाल ने कहा कि सरकार व प्रशासन को पीडि़त झुग्गीवासियों की सुध लेते हुए उनकी हरसंभव सहायता करनी चाहिए। इतना ही नहीं झुग्गीवासियों के बच्चे भी परेशानी झेल रहे हैं और उनकी पढ़ाई में भी व्यवधान पड़ गया है। इसलिए प्रशासन को इस दिशा में तुरंत प्रभावी कदम उठाते हुए झुग्गीवासियों को राहत प्रदान करनी चाहिए। इन गरीब व मजदूर झुग्गीवासियों को कपड़े, बर्तन व राशन सहित रोजमर्रा की तमाम सामग्री की आवश्यकता है। Post navigation प्रसिद्ध लेखिका ममता कालिया के जन्मदिन पर विशेष ! हार्दिक बधाई के साथ ! एक्सीडेंटल पीएम से सीएम तक?