सिंचाई एवं जल संसाधन व महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की ली बैक टू बैक बैठक

कहा-जल्द फील्ड का दौरा कर ली जाएगी जमीनी हालात की जानकारी

दोनों विभागों के अधिकारियों को जारी किए निर्देश

चंडीगढ़, 26 अक्टूबर- हरियाणा की सिंचाई एवं जल संसाधन व महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री श्रुति चौधरी ने आज अपने कार्यालय में दोनों विभागों के अधिकारियों के साथ बैक टू बैक बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से प्रदेश व केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी हासिल कर निर्देश दिए कि चालू परियोजनाओं की जिला अनुसार स्थिति, काम पूरा शुरू होने व उसके पूरा होने की डेडलाइन की रिपोर्ट सौंपे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नायब सैनी की अगुवाई में सरकार का अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों के विकास का लक्ष्य है। ऐसे में अधिकारी लकीर के फकीर न बनकर जमीनी स्तर पर सृजनात्मक काम करें।

मंत्री श्रुति चौधरी ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की बैठक में जोर देते हुए कहा कि किसान को सिंचाई के लिए समान रूप से पानी उपलब्ध होना चाहिए। साथ ही अधिकारी गंभीरता से प्रयास करें कि हरियाणा के लोगों को नहरी पेयजल परियोजनाओं से पीने का पानी पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित हो सके। ताकि उन्हें कैंसर जैसी बीमारियों से बचाया जा सके। इसके लिए किसी क्षेत्र विशेष पर बल देने की बजाए पूरे प्रदेश में समान रूप से काम किया जाए। उन्होंने नदियों, नहरों, भू-जल, बारिश के पानी की उपलब्धता के हिसाब से पानी के समान वितरण, निर्बाध रूप से पेयजल परियोजनाओं के पानी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने बीबीएमबी में हरियाणा के खाली पदों की भी जानकारी हासिल की। साथ ही भाखड़ा, यमुना नहरी पानी वितरण व्यवस्था, दक्षिण हरियाणा में लिफ्ट से पानी वितरण व्यवस्था, गुरुग्राम व मेवात जलापूर्ति व्यवस्था, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली के साथ साझा पानी परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने व समन्वय बनाकर प्रदेश के लोगों का हित सर्वोपरि रखने के निर्देश दिए। मंत्री ने पानी के वितरण में प्रयोग किए जा रहे रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम की अपडेट रिपोर्ट तलब की। 

उन्होंने भू-जलस्तर को लेकर गंभीर स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस दिशा में गंभीर प्रयास करने की आवश्यकता है। कैबिनेट मंत्री ने स्वीडन, इजराइल जैसे देशों की विदेशी तकनीक का उदाहरण देकर सौर ऊर्जा का प्रयोग करते हुए पानी को स्वच्छ बनाकर पुनः प्रयोग करने लायक बनाने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि पानी का संरक्षण सभी के लिए बहुत जरूरी है। ऐसे में गांव व शहरों में लोगों को भविष्य में होने वाले संभावित पानी के संकट की जानकारी दें। स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता व सिंचाई के लिए किसानों को पानी की उपलब्धता के लिए मंत्री ने कृषि, जनस्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित विभागों के साथ समन्वय बैठक करने के भी निर्देश दिए। मंत्री ने मारकंडा व टांगरी जैसी बरसाती नदियों के व्यर्थ बहकर जाने वाले पानी के संरक्षण व बारिश के बाद में उसका सिंचाई के लिए प्रयोग करने की दिशा में काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने दक्षिण भारत में कृष्णावती, साहिबी व दोहन नदी के संबंध में जानकारी हासिल की। साथ ही पूरे प्रदेश की नहरों के ढांचे की मजबूती के निर्देश जारी किए। कैबिनेट मंत्री ने रोहतक, झज्जर व चरखी दादरी में आ रही सेम की समस्या के समाधान पर भी काम करने के निर्देश जारी किए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सोमवार तक उन्हें विभाग की उन सभी परियोजनाओं की जानकारी दी जाए, जो अभी चल रही हैं। ये कब शुरू हुई थीं और कब तक इन्हें पूरा किया जाना है। विभाग में कोई भी कार्य लंबित नहीं होना चाहिए।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को गुणवत्तायुक्त ट्रेनिंग सुनिश्चित करें अधिकारी

महिला एवं बाल कल्याण विभाग की बैठक में मंत्री श्रुति चौधरी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की अच्छी गुणवत्ता की ट्रेनिंग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ये जमीनी स्तर पर काम करने वाले असली कार्यकर्ता हैं। जो विभाग की योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करवाती हैं। इसीलिए इन्हें मजबूत किया जाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों, क्रेच व प्ले स्कूलों में नन्हें-मुन्नों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता को हर हाल में सुनिश्चित करें। साथ ही कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में महिलाओं व बच्चों को विटामिन डी दिया जाए। मंत्री ने कहा कि सरकार के पास उपलब्ध मानव संसाधन का सही प्रयोग सुनिश्चित किया जाए। हर गांव के आखिरी व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ और जानकारी पहुंचाई जाए। मोटे अनाज के प्रयोग के बारे में शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से महिलाओं को अलग-अलग व्यंजन बनाने का प्रशिक्षण दिया जाए। ताकि महिलाएं रुचि लेकर मोटे अनाज के उत्पाद बनाएं। कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश जारी किए कि वे दूसरे विभागों के साथ मिलकर ऐसी परियोजना तैयार करें, जिसके माध्यम से महिलाओं को रोजगार दिलवाया जा सके। मंत्री ने सुधार गृहों की भी रिपोर्ट ली। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी की अगुवाई में जल्द ही पंचकूला, गुरुग्राम और फरीदाबाद में महिलाओं के लिए शक्ति सदन बनाए जाएंगे। मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द ही विभाग में चल रहे प्रोजेक्टस की रिपोर्ट दें। कौन सा काम कब शुरू हुआ था और कब इसकी डेडलाइन है। सभी कार्य समय पर पूरे होने चाहिए।

इस अवसर पर सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव श्रीमती अमनीत पी. कुमार सहित दोनों विभागों के आला अधिकारी मौजूद रहे।

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