महिलाओं के उत्थान में योगदान के लिए आईसीएमईआई और आईडब्ल्यूएफएफ ने प्रदान किया अवॉर्ड।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा को डॉ. सरोजनी नायडू इंटरनेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया है। उन्हें यह अवॉर्ड महिलाओं के उत्थान में योगदान के लिए इंटरनेशनल चैंबर ऑफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री (आईसीएमईआई) और इंटरनेशनल वूमेन फिल्म फोरम (आईडब्ल्यूएफएफ) की ओर से प्रदान किया गया है।

कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति ने इस अवॉर्ड के लिए मारवाह स्टूडियोज का आभार ज्ञापित किया। यह अवॉर्ड कामकाजी महिलाओं के कल्याण एवं उनकी भलाई के लिए कार्य करने वाली महिलाओं को प्रदान किया जाता है। प्रोफेसर ज्योति राणा देश के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय की कुलपति हैं और कौशल विकास के क्षेत्र में उनका उल्लेखनीय योगदान है। उन्होंने महिलाओं में कौशल विकास के क्षेत्र में विगत कई वर्षों से महत्वपूर्ण कार्य किया है। ग्रामीण लड़कियों को कौशल के साथ जोड़कर स्वावलंबी बनाने की दिशा में उन्होंने काफी परिश्रम किया है। प्रोफेसर ज्योति राणा ने इस अवॉर्ड के लिए आईसीएमईआई का आभार ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं की बेहतरी के लिए यह प्रयास भविष्य में भी जारी रहेंगे।

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने उन्हें बधाई दी और कहा कि यह पुरस्कार सामाजिक विकास की दिशा में किए गए प्रयासों का सच्चा प्रतिबिंब है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों और शिक्षकों ने भी इस उपलब्धि के लिए प्रोफेसर ज्योति राणा को बधाई दी।

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