इस अवसर पर ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले शाहिद पुलिसकर्मियों के आश्रितों को भी किया गया सम्मानित।

हरियाणा बनने से लेकर अब तक हरियाणा पुलिस के 83 पुलिसकर्मी दे चुके हैं अपने प्राणों का बलिदान।

गुरुग्राम: 21 अक्टूबर 2024 : आज दिनांक 21.10.2024 को पुलिस शहीदी दिवस के अवसर पर गुरूग्राम की पुलिस लाईन में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त श्री विकास अरोड़ा IPS ने देशभर में अपनी ड्यूटी का निर्वहन करते हुए प्राणों का बलिदान देने वाले सभी बलिदानियों को याद करते हुए पुलिस लाईन में बने ‘पुलिस शहीद स्मारक‘ पर पुष्प चक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने बीते वर्ष में अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करते हुए जान गंवाने वाले हरियाणा पुलिस में कार्यरत 02 होमगार्ड शहीद नीरज और शहीद गुरसेवक को याद करते हुए श्रद्धाजली दी गई। दोनों होमगार्ड बीते वर्ष मेवात में ब्रज मंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा में वीरगती को प्राप्त हुए थे।

इस कार्यक्रम में गुरूग्राम पुलिस आयुक्त श्री विकास अरोड़ा IPS, संयुक्त पुलिस आयुक्त श्रीमती नाजनीन भसीन IPS, पुलिस उपायुक्त मुख्यालय श्री अर्पित जैन IPS, पुलिस उपायुक्त पूर्व श्री मयंक गुप्ता IPS, पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक श्री विरेंद्र विज IPS, पुलिस उपायुक्त दक्षिण श्री सिद्धांत जैन IPS, पुलिस उपायुक्त मानेसर श्री दीपक IPS, पुलिस उपायुक्त पश्चिम श्री करण गोयल HPS सहित गुरुग्राम जिले में तैनात सभी सहायक पुलिस आयुक्त व अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे। इस दौरान हरियाणा पुलिस के रिटायर्ड DGP श्री यशपाल सिंघल ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में देश की पुलिस सेवा के सभी बलिदानियों को याद करते हुए पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम ने कहा कि आज हम भारतीय पुलिस सेवा के वीर बलिदानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्रित हुए हैं, जिन्होंने देश की कानून-व्यवस्था को कायम रखने, देश की एकता और अखण्डता को बनाए रखने तथा नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा करने के लिए व अपने कर्त्तव्यों/ड्यूटी का निर्वहन हुए अपने प्राण न्यौछावर किए हैं। आज का दिन हरियाणा पुलिस और भारतीय पुलिस सेवा के उन वीर सपूतों के अदम्य साहस और कर्त्तव्य-परायणता को समर्पित है जिसके चलते हर नागरिक स्वयं को सुरक्षित महसूस करता है।

श्रीमान पुलिस आयुक्त ने बताया कि हरियाणा राज्य के गठन से लेकर अब तक 83 पुलिसकर्मियों ने राज्य और इसके नागरिकों की सेवा करते हुए अपने प्राण न्योछावर किए हैं। जिनमें अपनी ड्यूटी के दौरान अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राण न्योछावर करने वाले गुरुग्राम पुलिस के 05 पुलिसकर्मी भी शामिल है। इस दौरान शहीद उप-निरीक्षक ओमप्रकाश निवासी गांव लोकरी जिला गुरुग्राम तथा होमगार्ड स्वर्गीय श्री नीरज निवासी गांव गढी बाजिदपुर जिला गुरुग्राम के परिजनों/आश्रितों को सम्मानित किया गया।

क्यों मनाया जाता है पुलिस शहीदी दिवस:

गौरतबल है कि 21 अक्तूबर 1959 को भारत-तिब्बत सीमा पर लद्दाख के क्षेत्र में केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल के दस जवान सीमा पर गश्त करते समय चीनी सैनिकों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले का शिकार हुए थे। तभी से 21 अक्तूबर को पुलिस शहीदी दिवस के रूप में मनाने की परम्परा आरम्भ हुई थी। तब से आज तक देश में लगभग 33870 पुलिसकर्मियों ने कर्त्तव्य की वेदी पर सर्वोच्च बलिदान दिया है। इन वीर सपूतों की कर्मभूमि कश्मीर की पहाड़ियों से लेकर नागालैंड और मणिपुर के घने जंगलों तक व चम्बल के बीहड़ों से लेकर कच्छ के रण तक रही है। इन्होंने हर समय आतंकवादियों, उग्रवादियों, अपराधियों व असमाजिक तत्वों से निपटते हुए भारत के जनमानस और भारत माता की सेवा की है। इनमें केन्द्र पुलिस संगठन के तहत कार्यरत बल जैसे भारत तिब्बत सीमा बल, सी.आर.पी.एफ., सी.आई.एस.एफ. तथा बी.एस.एफ. के जवान भी शामिल हैं।

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